(Suzlon Energy Share Price, Image Credit: Meta AI)
Suzlon Energy Share Price: देश की अग्रणी विंड टरबाइन निर्माता कंपनी सुजलॉन एनर्जी के शेयरों को लेकर एक्सपर्ट्स का रुख बुलिश है। रिपोर्ट्स के अनुसार ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी ने स्टॉक को भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने वाला बताया है। इसका मुख्य कारण कंपनी के 6.2 गीगावाट के रिकॉर्ड ऑर्डर बुक को बताया गया है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2028 तक यह ऑर्डर बुक सालाना 9 से 10 गीगावाट तक बढ़ सकता है।
ब्रोकरेज हाउस ने सुजलॉन एनर्जी को BUY टैग दिया है। उनका कहना है कि लगातार ऑर्डर बुक में मजबूती और प्रोजेक्ट पूर्णता की निरंतरता के कारण यह रेटिंग दी गई है। आनंद राठी ने 70 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। वहीं, मोतीलाल ओसवाल ने 74 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है और BUY रेटिंग बरकरार रखी है। दूसरी तरफ, नुवामा ने 66 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ HOLD रेटिंग दी है।
सुजलॉन एनर्जी का ऑर्डर बुक 6 गीगावाट से बढ़कर 6.2 गीगावाट हो गया है। यानी इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी ने 2 गीगावाट का इजाफा दर्ज किया। इसके अलावा, सितंबर तिमाही के अंत तक कंपनी का नेट कैश 1480 करोड़ रुपये रहा।
आज सुजलॉन एनर्जी का शेयर बाजार में कुछ कमजोरी दिखाते हुए बंद हुआ। बाजार बंद होने पर शेयर 3.54% गिरकर 57.50 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, पिछले एक महीने में शेयर की कीमत में 6.24% की तेजी देखी गई।
| विवरण | मान |
| शेयर प्राइस (आज) | ₹57.50 INR (−2.11, 3.54%) |
| दिनांक और समय | 7 नवम्बर, 3:30 PM IST |
| आज का ओपन प्राइस | ₹57.18 |
| आज का हाई | ₹59.50 |
| आज का लो | ₹56.93 |
| मार्केट कैप | ₹78,660 करोड़ |
| P/E रेश्यो | 24.89 |
| डिविडेंड यील्ड | – |
| 52 हफ्तों का उच्चतम मूल्य | ₹74.30 |
| 52 हफ्तों का न्यूनतम मूल्य | ₹46.15 |
| त्रैमासिक डिविडेंड राशि | – |
वहीं, अगर लंबी अवधि की बात करें तो, पिछले एक साल में स्टॉक का भाव 14% गिरा। वहीं, पिछले पांच वर्षों में कंपनी के शेयरों में 2009% की भारी तेजी दर्ज की गई है, जो निवेशकों के लिए आकर्षक संकेत है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।