(Defence Stocks, Image Credit: IBC24 News Customize)
Defence Stocks: आने वाले समय में डिफेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनी डेटा पैटर्न्स (इंडिया) लिमिटेड के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने अपने हालिया रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि इस स्टॉक में करीब 40% तक की तेजी की उम्मीद है। जिसके चलते सोमवार, 11 अगस्त को कंपनी के शेयरों में 6.5% की जबरदस्त तेजी देखने को मिली।
यह रिपोर्ट कंपनी के जून तिमाही नतीजों के बाद सामने आई है। हालांकि, तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों से कमजोर रहे, लेकिन इसके बावजूद भी ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने इस स्टॉक को ‘Buy’ रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 3,400 रुपये तय किया है।
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज की रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कंपनी की सेल्स अनुमान से काफी कमजोर रही। मैनेजमेंट ने इसका कारण लगभग 270 करोड़ रुपये के रेवेन्यू को दूसरी तिमाही में शिफ्ट करना बताया है। इसका मतलब है कि यह रेवेन्यू अब सितंबर तिमाही में दर्ज होने की संभावना है। इसके बावजूद, कंपनी ने FY26 के लिए 20%-25% ग्रोथ गाइडेंस को कायम रखा है, जो निवेशकों के लिए पॉजिटिव संकेत है।
वहीं, कंपनी के ऑर्डर फ्लो में भी तगड़ी उछाल देखने को मिली है। जून तिमाही में ऑर्डर इनफ्लो 4.8 गुना बढ़कर 180 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। वहीं FY26 की शुरुआत से अब तक कंपनी 320 करोड़ रुपये के ऑर्डर प्राप्त कर चुका है। जेफरीज को उम्मीद है कि FY26 से FY30 के बीच कंपनी का रेवेन्यू और मुनाफा तीन गुना तक बढ़ सकता है। इसकी मुख्य वजह कंपनी की इन-हाउस टेक्नोलॉजी और डिफेंस सेक्टर में तेजी से बढ़ती मांग को माना जा रहा है।
वर्तमान में डेटा पैटर्न्स को कवर करने वाले 12 में से 10 एनालिस्ट्स ने इसे ‘Buy’ रेटिंग दी है। केवल एक-एक एनालिस्ट्स ने इसे ‘Hold’ और ‘Sell’ की सिफारिश की है, जो कुल मिलाकर पॉजिटिव आउटलुक को दर्शाता है।
सोमवार, 11 अगस्त को कंपनी का स्टॉक इंट्राडे में 2,585.70 रुपये के हाई लेवल तक पहुंचा और आखिर में 2,512.50 रुपये पर 3.50% की बढ़त के साथ बंद हुआ था। हालांकि, पिछले एक महीने में इसमें 12.23% की गिरावट दर्ज की गई है और इस साल अब तक इसका प्रदर्शन लगभग स्थिर बना हुआ है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।