(Stock Market Today 25 Sept., Image Credit: IBC24 News Customize)
नई दिल्ली: Stock Market Today 25 Sept.: हालिया स्थिति में भारतीय शेयर बाजार वैश्विक आर्थिक संकेतों और घरेलू कारकों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। गुरुवार को सेंसेक्स की मंथली एक्सपायरी के दिन बाजार पर दबाव देखने को मिला। विदेशी निवेशकों (FIIs) ने कैश और वायदा दोनों सेगमेंट में बिकवाली की, जिससे बाजार की चाल प्रभावित हुई।
गिफ्ट निफ्टी की चाल सकारात्मक नहीं रही। इसमें करीब 49.5 अंक या 0.20% की गिरावट दर्ज की गई और निफ्टी फ्यूचर्स 25,070 के स्तर के आसपास कारोबार करता दिखाई दिया, जो बाजार की कमजोर शुरुआत को ओर इशारा कर रहा है।
गुरुवार को एशियाई शेयर बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली है। वॉल स्ट्रीट पर टेक शेयरों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई, जिसका प्रभाव एशिया के बाजारों पर पड़ा। Nvidia और Oracle जैसी कंपनियों पर विशेष दबाव देखने को मिला। जापान, कोरिया और हांगकांग के बाजारों की चाल में सुस्ती रही। इस बीच अमेरिकी फ्यूचर्स फ्लैट रहे क्योंकि निवेशक फेड की अगली नीति और बेरोजगारी के आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं।
फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है, लेकिन इसके बावजूद अमेरिकी डॉलर मजबूत स्थिति में बरकरार है। डॉलर इंडेक्स 97.813 पर रहा, जो तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर के आसपास है। यूरो 1.17425 डॉलर पर स्थिर रहा, जबकि स्टर्लिंग 1.3451 डॉलर पर सपाट रहा। जो यह संकेत देता है कि फेड की ओर से फिलहाल दरों में नरमी की संभावना सीमित है।
अमेरिका में कच्चे तेल का स्टॉक घटने से कीमतों में उछाल देखने को मिली है। ब्रेंट क्रूड लगभग 3% उछलकर 69 डॉलर के पार पहुंच गया। इसके पीछे भू-राजनीतिक तनाव और मांग में सुधार जैसे कारण हैं, जो कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं।
बुधवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 386.47 अंक गिरकर 81,715.63 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 105.80 अंक की गिरावट के साथ 25,056.90 के स्तर पर पहुंच गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली। रियल्टी, ऑटो और एनर्जी सेक्टर में भी गिरावट आई। IT, मेटल और बैंकिंग शेयरों पर भी दबाव नजर आया। हालांकि, FMCG इंडेक्स में थोड़ी मजबूती दर्ज की गई है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।