नई दिल्लीः Iran Attack on US Military Bases: ईरान-इजरायल के बीच युद्ध गहराता जा रहा है। ईरान के तीन मुख्य परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हमलों के बाद स्थिति और भयावह होती जा रही है। इसी बीच अब ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों पर हमलों का बदला लेने के लिए कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयर मिलिट्री बेस पर 6 मिसाइलें दागी हैं। ईरानी सेना ने बहरीन में भी अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कतर की राजधानी दोहा में कई धमाकों की आवाज सुनी गई है।
ईरान ने क़तर स्थित अमेरिकी बेस पर कई मिसाइल दागे । pic.twitter.com/wODUpk8JR6
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) June 23, 2025
ईरान के प्रधानमंत्री के सलाहकार और विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने एक्स पर कहा कि कतर राज्य ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड द्वारा अल-उदीद एयर बेस को निशाना बनाकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता है। हम इसे कतर राज्य की संप्रभुता, उसके हवाई क्षेत्र, अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन मानते हैं। हम पुष्टि करते हैं कि कतर अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप इस बेशर्मीपूर्ण आक्रमण की प्रकृति और पैमाने के बराबर तरीके से सीधे जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है। हम आश्वस्त करते हैं कि कतर की हवाई रक्षा ने हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया और ईरानी मिसाइलों को रोक दिया। हमले की परिस्थितियों के बारे में एक विस्तृत बयान बाद में रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किया जाएगा।
हम इस बात पर भी जोर देते हैं कि इस तरह की बढ़ती सैन्य कार्रवाइयों की निरंतरता क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करेगी, इसे ऐसी स्थितियों में ले जाएगी जो अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। हम सभी सैन्य कार्रवाइयों को तुरंत रोकने और बातचीत की मेज और संवाद पर गंभीरता से लौटने का आह्वान करते हैं। इसके अलावा, कतर राज्य क्षेत्र में इजरायल के बढ़ते खतरे के खिलाफ चेतावनी देने वाले पहले देशों में से एक था। हमने लगातार कूटनीतिक समाधानों को प्राथमिकता देने का आह्वान किया है और अच्छे पड़ोसी होने तथा तनाव को बढ़ने से रोकने के महत्व पर जोर दिया है। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि मौजूदा संकटों को दूर करने और क्षेत्र की सुरक्षा तथा इसके लोगों की शांति सुनिश्चित करने के लिए बातचीत ही एकमात्र तरीका है। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए स्थापित सुरक्षा और एहतियाती उपायों के बाद बेस को पहले ही खाली करा लिया गया था। कतरी सशस्त्र बलों के सदस्यों, मित्र बलों और अन्य लोगों सहित बेस पर कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए थे। हम पुष्टि करते हैं कि हमले में कोई चोट या मानव हताहत नहीं हुआ।
The State of Qatar strongly condemns the attack that targeted Al-Udeid Air Base by the Iranian Revolutionary Guard. We consider this a flagrant violation of the sovereignty of the State of Qatar, its airspace, international law, and the United Nations Charter. We affirm that…
— د. ماجد محمد الأنصاري Dr. Majed Al Ansari (@majedalansari) June 23, 2025
Iran Attack on US Military Bases: ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘जो तुम पर जिस तरह हमला करे, तुम भी उस पर उसी तरह हमला करो’। ईरान के परमाणु ठिकानों और फैसिलिटी पर अमेरिका की आक्रामक कार्रवाई के जवाब में ईरान की सेनाओं ने कुछ घंटे पहले कतर में स्थित अमेरिकी अल-उदीद एयरबेस को तबाह कर दिया है।’ बयान में कहा गया, ‘इस सफल अभियान में जितनी मिसाइलें इस्तेमाल की गईं, उनकी संख्या अमेरिका की ओर से ईरान के परमाणु ठिकानों पर गिराए गए बमों के बराबर थी। ईरान ने साफ किया कि ईरानी सेना की ओर से निशाना बनाया गया यह सैन्य अड्डा कतर के शहरी क्षेत्रों और रिहायशी इलाकों से काफी दूर था।’ ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने भी बयान जारी कर अमेरिकी सैन्य अड्डों पर हमले की पुष्टि की है।
🚨🇮🇷🇶🇦 EXPLOSIONS ROCK DOHA SKIES AS IRANIAN MISSILES TARGET QATAR
Loud explosions have been heard over Doha, Qatar’s capital, during an ongoing Iranian missile attack.
Interceptors were launched from Qatari defenses as ballistic missiles approached. https://t.co/wh1ZpEuRsQ pic.twitter.com/NMXYfcxDAU
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) June 23, 2025
ईरान ने अमेरिकी प्रशासन को पहली बदला लेने की चेतावनी दी थी, जिसे लेकर अमेरिका पहले से तैयार था। ईरानी सेना के नए चीफ मेजर जनरल अमीर हातामी ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन्हें कड़ा जवाब देंगे। अमीर हातामी ने कहा था, “हमने कई बार अमेरिका का सामना किया है। जब भी उन्होंने हम पर हमला करने की कोशिश की है, उन्हें कड़ा जवाब मिला है। हमारे कई सैनिक शहीद हुए हैं, लेकिन हम पूरी ताकत और साहस के साथ लड़ेंगे।”