अबूजा, 29 दिसंबर (एपी) उत्तरी नाइजीरिया के एक स्कूल से नौ साल पहले बोको हराम चरमपंथियों ने मारग्रेट यामा और उनकी बहन समेत 275 लड़कियों का अपहरण कर लिया था। यामा समेत कुछ लड़कियां तो बाद में छूट गईं, लेकिन उनकी बहन रिफकातु गालंग समेत 94 लड़कियां अब भी लापता हैं।
यामा (25) कहती हैं, “मैंने अपने फोन की स्क्रीन पर अपनी बहन की तस्वीर लगा रखी है। जब भी मैं उसका चेहरा देखती हूं, यह मुझे उसकी वापसी के लिए दुआ करने की याद दिलाता है। मैं हर रोज उनके लिए दुआ करती हूं।”
उल्लेखनीय है कि 14 अप्रैल 2014 को बोको हराम ने बोर्नो राज्य में चिबोक समुदाय के राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय पर धावा बोलकर लड़कियों का अपहरण कर लिया था, जो विज्ञान की परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। कई लड़कियों के लापता होने के बाद सोशल मीडिया पर “ब्रिंग बैक अवर डॉटर्स” अभियान चलाया गया, जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा समेत दुनियाभर की विभिन्न हस्तियां शामिल हुईं।
लापता लड़कियों को अब ओबाफेमी अवोलोवो विश्वविद्यालय के सहयोग से फ्रांसीसी कलाकार प्रून नौरी द्वारा बनाई गई नयी प्रतिमाओं के जरिए याद किया जा रहा है।
नौरी को उम्मीद है कि नाइजीरिया के वाणिज्यिक केंद्र लागोस में प्रदर्शित की गईं ये प्रतिमाएं दुनिया को भुला दी गई उस त्रासदी की याद दिलाएंगी।
कलाकार ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया, “ये प्रतिमाएं उन लड़कियों को चित्रित करती हैं, जो अब भी लापता हैं। इनके जरिए वैश्विक स्तर पर लड़कियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आवाज उठाई गई है।”
एपी
जोहेब माधव
माधव नरेश
नरेश