नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कोचीन शिपयार्ड को पश्चिम बंगाल में बन रहे 170 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक पोत निर्माण केंद्र के जून, 2021 तक परिचालन में आने की उम्मीद है।
बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने हाल ही में भारतीय नौसेना के अगली पीढ़ी के मिसाइल पोतों के निर्माण के लिये 10,000 करोड़ रुपये के ठेके को लेकर सबसे कम की बोली लगाई है।
पोत परिवहन मंत्रालय के दस्तावेज के अनुसार कोचीन शिपयार्ड लि. अपनी पूर्ण अनुषंगी हुगली कोचीन शिपयार्ड लि. (एचसीएसएल) के जरिये राज्य के नजीरगंज में आधुनिक पोत परिवहन केंद्र स्थापित कर रही है। परियोजना की अनुमानित लागत 169.76 करोड़ रुपये है।
दस्तावेज में कहा गया है, ‘‘इस केंद्र के वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही तक परिचालन में आने की उम्मीद है।’’
एचसीएसएल का रो-रो जहाज, कार्गो जहाज, कंटेनर, यात्री जहाज आदि बनाने का लक्ष्य है।
कोचीन शिपयार्ड ने विज्ञान सागर नाम से नया समुद्री इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी, 2021 को इसे राष्ट्र को समर्पित किया।
कंपनी ने देश में वैश्विक स्तर के ड्रेजर बनाने के लिये हाल ही में ड्रेजिंग कॉरपोरेशन और आईएचसी हॉलैंड बीवी के साथ समझौता किया है।
फिलहाल, भारत नदी/समुद्री से गाद निकालने के लिये विदेशी ड्रेजरों पर सालाना करीब 2,000 करोड़ रुपये खर्च करता है।
भाषा रमण अजय
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