CG News: छत्तीसगढ़ में इस बैच के दवाई पर रोक! अस्पताल में मरीजों में कंपकंपी के बाद लिया गया फैसला, स्वास्थ्य मंत्री ने कह दी ये बड़ी बात

CG News: छत्तीसगढ़ में इस बैच के दवाई पर रोक! अस्पताल में मरीजों में कंपकंपी के बाद लिया गया फैसला, स्वास्थ्य मंत्री ने कह दी ये बड़ी बात

  • Reported By: Satish gupta

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  • Publish Date - August 12, 2025 / 02:26 PM IST,
    Updated On - August 12, 2025 / 02:29 PM IST

CG News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • सलाइन चढ़ते ही मरीजों को कंपकंपी,
  • संदिग्ध बैच की सभी बोतलें वापिस,
  • प्रदेशभर में उपयोग पर रोक.

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर: जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में सलाइन ड्रिप लगाने के बाद मरीजों को कंपकंपी होने लगी। मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। यह बात सामने आई है कि सीजीएमएससी द्वारा भेजी गई दवाइयों के उपयोग से मरीजों को कंपकंपी हुई है। इसके बाद पूरे प्रदेश में इस बैच की दवाइयों के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगा दी गई है।

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एमसीबी जिले के जनकपुर से सलाइन सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिला अस्पताल बैकुंठपुर में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। यहां से भी करीब तीन हजार सलाइन की बोतलें वापस भेजी गई हैं। 27 जुलाई से 7 अगस्त तक यहां आरएल सलाइन की कुछ बोतलों का इस्तेमाल किया गया था जिसके बाद मरीजों में कुछ परेशानी देखी गई थी। यह मामला सामने आने के बाद भरतपुर-सोनहत विधानसभा के पूर्व विधायक गुलाब कमरो जनकपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचे और अस्पताल प्रबंधन से जानकारी ली।

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उन्होंने मरीजों को हो रही परेशानी को लेकर स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि सीजीएमएससी में जितने भी घोटाले हुए हैं सब कांग्रेस के समय के हैं। अब सब पोल खुल रही है, सब सामने आ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके कार्यकाल में जो भी गड़बड़ी होगी, उसकी जांच कराई जाएगी।

जनकपुर अस्पताल में मरीजों को कंपकंपी क्यों हुई?

"जनकपुर सलाइन कंपकंपी मामला" में मरीजों को CGMSC द्वारा भेजी गई सलाइन ड्रिप के कारण कंपकंपी हुई है, जिसकी जांच जारी है।

क्या पूरे राज्य में इन दवाइयों के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है?

हाँ, "CGMSC सलाइन ड्रिप विवाद" के चलते पूरे प्रदेश में संदिग्ध बैच की दवाइयों पर अस्थायी रोक लगा दी गई है।

इस मामले में कौन-सी एजेंसी की दवाइयों पर सवाल उठे हैं?

मामला छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) द्वारा सप्लाई की गई दवाइयों से जुड़ा है।

क्या अन्य जिलों में भी ऐसी शिकायतें मिली हैं?

हाँ, "बैकुंठपुर अस्पताल" से भी इसी तरह की शिकायतें आई हैं और 3000 से अधिक सलाइन बोतलें वापस भेजी गई हैं।

सरकार इस मामले में क्या कदम उठा रही है?

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि "यदि मौजूदा शासन में गड़बड़ी हुई है तो जांच होगी", और पूर्ववर्ती शासन में हुई गड़बड़ियों की भी पोल खुल रही है।