Census 2027: देश में पहली बार इस तरह से होगी जनगणना, सरकार ने बताया पूरा प्लान, आपके लिए भी है बेहद जरूरी

Census 2027: देश में पहली बार इस तरह से होगी जनगणना, सरकार ने बताया पूरा प्लान, आपके लिए भी है बेहद जरूरी

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 05:52 PM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 05:57 PM IST

Census 2027 | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • भारत की पहली डिजिटल जनगणना 2027 में होगी
  • भारत की पहली डिजिटल जनगणना 2027 में होगी
  • 11,718 करोड़ रुपये का बजट मंजूर, 30 लाख कर्मचारी शामिल

नयी दिल्ली: Census 2027 केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने भारत की जनगणना 2027 (Census 2027) के संचालन के लिए 11,718 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जनगणना (Census 2027) कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जो अपनी तरह की पहली डिजिटल जनगणना होगी। जनगणना दो चरणों में आयोजित की जाएगी। इसके तहत अप्रैल से सितंबर 2026 तक मकानों की सूची बनाने और आवास जनगणना का काम होगा; और फरवरी 2027 में जनसंख्या गणना की जाएगी।

Census 2027 उन्होंने कहा कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश तथा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के बर्फ से ढके दूर दराज के क्षेत्रों के लिए जनगणना कवायद सितंबर 2026 में होगी। वैष्णव ने बताया कि जनगणना 2027 के प्रारंभिक चरण में जातिगत आंकड़े भी इलेक्ट्रॉनिक रूप से एकत्र किए जाएंगे। लगभग 30 लाख कर्मचारी राष्ट्रीय महत्व के इस विशाल कार्य को पूरा करेंगे। वैष्णव ने कहा कि डेटा संग्रह के लिए मोबाइल ऐप और निगरानी उद्देश्यों के लिए केंद्रीय पोर्टल का उपयोग बेहतर गुणवत्ता वाले डेटा सुनिश्चित करेगा।

उन्होंने कहा कि डेटा का प्रसार कहीं बेहतर और उपयोगकर्ता के अनुकूल तरीके से होगा ताकि नीति-निर्माण के लिए आवश्यक मापदंडों से संबंधित सभी प्रश्नों के उत्तर एक बटन क्लिक करने पर उपलब्ध हो सकें। मंत्री ने कहा कि जनगणना-आधारित सेवा (सीएएएस) मंत्रालयों को स्वच्छ, मशीन-पठनीय और कार्रवाई योग्य प्रारूप में डेटा उपलब्ध कराएगी।

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जनगणना 2027 कब होगी?

अप्रैल से सितंबर 2026 तक आवास जनगणना और फरवरी 2027 में जनसंख्या गणना होगी।

जनगणना 2027 की खासियत क्या है?

यह भारत की पहली डिजिटल जनगणना होगी, जिसमें मोबाइल ऐप और केंद्रीय पोर्टल का उपयोग होगा।

जनगणना के लिए कितना बजट मंजूर हुआ है?

11,718 करोड़ रुपये।