पत्रकार ने की थी अस्पतालों की धांधली उजागर.. सड़क किनारे मिला अधजला शव

Journalist had exposed the rigging of hospitals.. half-burnt body found on the roadside

  •  
  • Publish Date - November 14, 2021 / 10:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

पटना,बिहार। मधुबनी में एक 22 साल के पत्रकार औऱ आरटीआई कार्यकर्ता का शव सड़क के किनारे पाया गया। शव को जलाकर फेंका गया था। पत्रकार का नाम अविनाश झा था जो कि एक लोकल न्यूज पोर्टल में काम करते थे। बीते दिनों उन्होंने एक निजी अस्पताल में धांधली को लेकर पोस्ट अपलोड की थी। इसके बाद से ही वह गायब थे।

पढ़ें- पखांजूर एनकाउंटर में मारा गया 50 लाख का इनामी नक्सली कमांडर मिलिंद तेलतुम्‍बडे, 27 माओवादी ढेर

अविनाश की रिपोर्टिंग की वजह से कई क्लीनिक और निजी अस्पतालों पर कार्रवाई हुई थी। उनमें से कई अस्पताल बंद हो गए थे तो कुछ को जुर्माना भरना पड़ा था। बताया जाता है कि रिपोर्ट्स को रोकने के लिए उन्हें न सिर्फ धमकियां मिलती रहती थीं बल्कि कई बार मोटी रकम का ऑफर भी दिया जाता था।

पढ़ें- मीडियाकर्मियों को किराए में दी जाने वाली छूट जल्द की जाए बहाल- प्रेस एसोसिएशन

बेनिपट्टी में लोहिया चौक के पास उनका मकान है। घर पर लगे सीसीटीवी के मुताबिक उन्हें आखिरी बार मंगलवार को रात में देखा गया था। रात में 9 बजे के करीब वह घर के पास ही टहल रहे थे और मोबाइल पर बात कर रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में यह भी देखा गया कि वह कई बार अपनी क्लीनिक में भी गए जो कि उसी लेन पर है।

पढ़ें- कोरोना के केस बढ़ने पर लॉकडाउन लागू, एकाएक फिर बढ़ने लगे संक्रमण के मामले

आखिरी बार उन्हें रात 10 बजे के करीब देखा गया जब वह गले में पीले रंग का मफलर डालकर पैदल ही लोहिया चौक के पास टहल रहे थे। वह बेनीपट्टी पुलिस स्टेशन के पास से गुजरे थे। उनकी मोटरसाइकल घर पर ही थी। हालांकि क्लीनिक खुला हुआ था और लैपटॉप भी खुला था।

पढ़ें- काफिले में कर्नल की पत्नी-बेटा भी हैं, नहीं था पता.. MNPF ने मणिपुर हमले की जिम्मेदारी लेकर दिया बयान

सुबह हुई तो घर वाले यही सोच रहे थे कि वह किसी काम से गए होंगे औऱ शाम तक घर आ जाएंगे। लेकिन जब एक दिन बीत गया और वह वापस नहीं लौटे तो घर वालों ने पुलिस में शिकायत की और उनका मोबाइल फोन ट्रैक करने की कोशिश की गई।

पढ़ें- बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें, धान की फसल खराब होने की चिंता

बुधवार सुबह 9 बजे तक ही उनका फोन पांच किलोमीटर दूर एक गांव में स्विच ऑफ हो गया। पुलिस वहां पहुंची लेकिन आगे का कोई सुराग नहीं मिल सका। एक और दिन बीत गया और पुलिस पत्रकार को नहीं ढूंढ पाई। शुक्रवार को अविनाश के चचेरे भाई को पता चला कि उनका शव सड़क पर पाया गया है।

पढ़ें- भारत पहुंची एक और तेज रफ्तार स्पोर्ट्स कार.. सिंगल चार्ज में 480 KM..

घऱ-परिवार के लोग वहां पहुंचे लेकिन शव बुरी तरह जला हुआ था। उंगली की अंगूठी से उनकी पहचान की जा सकी। उनकी गर्दन और पैर पर चेन से बांधने का निशान भी पाया गया।