नई दिल्ली । पुलवामा हमले के बाद सीआरपीएफ ने कश्मीर में काफिले के मूवमेंट का तरीका यानी स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसीजर (एसओपी) बदलने का फैसला किया है। जवानों की सुरक्षा में एक बड़ी चूक के बाद CRPF ने जवानों के मूवमेंट करने के तरीके की समीक्षा की है। सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर के मुताबिक घाटी में जवानों के काफिले की आवाजाही के लिए कुछ नए नियम जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने बताया है कि ट्रैफिक कंट्रोल के अलावा, टाइमिंग, स्टॉपेज, आर्मी और पुलिस के साथ सामंजस्य में भी बदलाव किया जाएगा। काफिले के मूवमेंट के दौरान उसकी सुरक्षा पर फोकस होगा । रोजाना के ऑपरेशनों में भी सुरक्षा उपायों के मजबूत करने पर जोर दिया गया है। इन रणनीतियों का इस्तेमाल पहले भी किया गया था। अब सुसाइड हमले जैसे नए खतरे के मद्देनजर नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं ।
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फर्जी तस्वीरें शेयर ना करें
सीआरपीएफ ने एडवायजरी जारी कर कहा- ऐसा देखने में आया है कि सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्व शहीदों के शरीरों की फर्जी तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। जब हम सब एक हैं, ऐसे में ये शरारती तत्व नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह की तस्वीरें और पोस्ट आप ना तो सर्कुलेट करें और ना ही सोशल मीडिया पर शेयर करें। अगर कोई ऐसा करता है तो आप हमें इसकी सूचना webpro@crpf.gov.in पर दें। बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद सोशल मीडिया में शहीद जवानों के अंग-भंग की फर्जी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं,जिससे लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है।