रायपुरः ’11 साल बेमिसाल’ या ‘जुमला सरकार’, आखिर कैसा है मोदी सरकार का 11 साल का कार्यकाल…? ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर को लेकर कांग्रेस-बीजेपी में सियासी तकरार थमी भी नहीं थी कि अब मोदी सरकार के 11 साल के कामकाज पर दोनों दल आमने-सामने हैं। बीजेपी के ‘संकल्प से सिद्धि’ अभियान के काउंटर में कांग्रेस ने ”जुमला सरकार” का राग छेड़ दिया है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला..
मोदी सरकार के 11 साल के कामकाज पर शुरू हुई जुबानी जंग तेज होती जा रही है। बीजेपी “संकल्प से सिद्धि” अभियान के जरिए सरकार के कामकाज गिनाते नहीं थक रही तो दूसरी तरफ कांग्रेस इसे जुमलों की सरकार बताकर तंज कस रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को इस मौके पर छत्तीसगढ़ में “संकल्प से सिद्धि” अभियान की शुरूआत की। पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ से लगाव और केंद्र सरकार से मिली सौगातें गिनाई। बीजेपी ने जहां एक तरफ मोदी सरकार के कामकाज की खुलकर तारीफ की तो वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार के कामकाज पर तंज कसा। ‘इस बार जुमला सरकार’.. नाम से बुकलेट जारी की। बेरोजगारी, आतंकवाद समेत तमाम मुद्दों पर फेल बताया।
किसी भी सरकार के कामकाज का मूल्यांकन आमतौर पर जनता 5 साल बाद करती है, लेकिन इस दौरान विपक्ष के उठाए सवाल और सत्ता पक्ष के जवाब से सरकार के कामकाज का मूल्यांकन करने में भी लोगों को मदद मिलती है। मोदी सरकार के 11 साल के कामकाज पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप अपनी जगह है, लेकिन पीएम मोदी पिछले 11 साल से देश के सर्वोच्च पद पर काबिज हैं और लगातार जनता की कसौटी पर खरे उतर चुके हैं।