Reported By: Hiten Chauhan
,Balaghat News/Image Source: IBC24
बालाघाट: Balaghat News: बालाघाट जिले में लगातार हो रही बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। दीवाली बीत जाने के बाद भी आसमान से बरसती बारिश किसानों के लिए आफत बन गई है। धान उत्पादक इस जिले में कई किसानों की कटी हुई फसल खेतों में पानी में डूब गई है जिससे किसान आर्थिक संकट और मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।
किसानों का कहना है कि पहले कीट और माहू ने फसल को नुकसान पहुँचाया और जब धान काटने की बारी आई, तब लगातार बारिश ने सारी मेहनत बर्बाद कर दी। कटी हुई धान अब खेतों में जमा पानी में तैर रही है। हमने तीन महीने मेहनत की लेकिन बारिश ने पल भर में सब छीन लिया किसान दुख व्यक्त कर रहे हैं। इसी बीच लांजी के केरेगांव गांव में 40 वर्षीय किसान राजकुमार टेंभरे ने अपनी बर्बाद फसल देखकर कीटनाशक पी लिया। परिजन समय रहते उन्हें सिविल अस्पताल लांजी पहुँचाए, जहां डॉक्टरों ने उपचार कर उनकी जान बचाई। बताया जा रहा है कि उनकी तीन एकड़ फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। किसान अब खतरे से बाहर हैं, लेकिन यह घटना किसानों की बेबसी और परेशानी को फिर से उजागर करती है।
Balaghat News: किसानों की समस्या को देखते हुए कृषि विभाग ने राहत के उपाय शुरू कर दिए हैं। अतिवृष्टि और कीट से हुए फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए विभाग सक्रिय है। जिन किसानों ने फसल बीमा कराया है, वे टोल-फ्री नंबर 14447 पर कॉल कर नुकसान की सूचना दे सकते हैं। कॉल करने पर राज्य, जिला, फसल का प्रकार, मोबाइल और आधार नंबर जैसी जानकारी ली जाएगी, ताकि बीमा कंपनियां जल्दी से सर्वे कर मुआवजा प्रदान कर सकें। प्रशासन का कहना है कि हर प्रभावित किसान को राहत पहुंचाने के लिए तेजी से कार्रवाई की जा रही है।