Hath Se Hath Jodo campaign
भोपाल/विवेक पटैया। भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान के तहत कांग्रेस बूथ स्तर से लेकर पंचायत और ब्लॉक स्तर तक लोगों के पास जाएगी। कांग्रेस का ये अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। इसके लिए 26 जनवरी की तारीख भी तय हो गई है और 26 आब्जर्वर भी नियुक्त कर दिए गए हैं, लेकिन इस अभियान के शुरू होने से पहले ही बीजेपी हमलावर है। बीजेपी ने हाथ जोड़ो पर तंस कसा है कि 23 में जनता कांग्रेस से हाथ जोड़ लेगी।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का आगाज करने जा रही कांग्रेस को उम्मीद है कि इससे लोग कांग्रेस से जुड़ेंगे और पार्टी का जनाधार बढ़ेगा लेकिन बीजेपी का तो कुछ और ही मानना है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है कि कांग्रेस का हाथ जोड़ो अभियान पहले से ही चालू है और 23 में जनता भी कांग्रेस से हाथ जोड़ लेगी।
दरअसल, मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव है, इस लिहाज से हाथ जोड़ो अभियान को कांग्रेस का चुनावी कैंपेन कहा जा रहा है। यही वजह है कि अभियान शुरू होने के पहले ही बीजेपी के निशाने पर आ गया। नरोत्तम मिश्रा के तंज पर कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस गांधीजी के पदचिन्हों पर चलती है और हाथ से हाथ जोड़ने का संदेश देती है। ये बीजेपी-संघ के जैसे नहीं जो लोगों को हथियार-चाकू रखने की शिक्षा देते हैं।
मध्यप्रदेश की सत्ता में वापसी की तैयारी कर रही कांग्रेस के लिए राहुल गांधी की यात्रा ने संजीवनी काम किया है। भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश भरा है और पार्टी इसे अगले चुनावों तक बरकरार रखना चाहती है। वहीं बीजेपी इसे फ्लॉप साबित करने की कवायद में अभी से ही जुट गई है। अब पूरा दारोमदार वोटरों के पास है और जवाब उन्हें ही देना है कि जोड़ लिए जो हाथ.. बोलो जनता किसके साथ?