Sawan Rudrabhishek 2025 : ऐसे तो “सावन माह का हर दिन है भक्तिमय”.. इन ख़ास तिथियों पर करें महाकाल का अभिषेक, जानें महत्त्व और पाएं लाभ

In this way "every day of the month of Sawan is devotional".. Perform Abhishek of Mahakal on these special dates, know the importance and get benefits

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  • Publish Date - July 9, 2025 / 05:47 PM IST,
    Updated On - July 9, 2025 / 05:47 PM IST

Sawan Rudrabhishek 2025

Sawan Rudrabhishek 2025 : रुद्राभिषेक एक विशेष पूजा है जिसमें शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है, सावन के महीने में रुद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्‍यता है कि सावन में भगवान शिव सबसे प्रसन्‍न मुद्रा में होते हैं। इसलिए इस महीने में रुद्राभिषेक करने और उनकी प्रिय वस्‍तुएं अर्पित करने से भगवान शिव जल्‍द ही आपकी प्रार्थना सुन लेते हैं और आपकी सभी इच्‍छाएं पूर्ण करते हैं। रुद्राभिषेक में, भगवान शिव को जल, दूध, दही, शहद, घी, आदि से अभिषेक किया जाता है, और साथ में रुद्री पाठ भी किया जाता है।

Sawan Rudrabhishek 2025

सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वोत्‍तम माना गया है। दरअसल सावन में सृष्टि के संचालन का कार्य भगवान शिव के हाथों में होता है। इसलिए इस महीने में रुद्राभिषेक का महत्‍व सबसे ज्‍यादा माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। सावन माह में रुद्राभिषेक पूजा करवाने से जातक की कुंडली में मौजूद विभिन्न ग्रह दोष शांत होते हैं। रुद्राभिषेक की पूजा प्रशिक्षित पंडितों द्वारा ही करानी चाहिए। यह माह मनोकामना, आकांक्षाओं और मनवांछित फल की पूर्ति का समय होता है इस महीने में भगवान शिव पहली बार अपनी ससुराल गए थे और ससुराल में उनका भव्य स्वागत किया गया। उनका जलाभिषेक भी किया गया। मान्यता है कि हर वर्ष सावन मास में भगवान शिव अपनी ससुराल आते हैं और यहीं से पूरे ब्रह्मांड की सत्ता का संचालन करते हैं।

Sawan Rudrabhishek 2025

रुद्राभिषेक का महत्त्व

भगवान शिव जी को प्रसन्न करने के लिए सावन महीना में रुद्राभिषेक की पूजा का बड़ा महत्व है। रुद्राभिषेक यूं तो कभी भी किया जाए यह बड़ा ही शुभ फलदायी माना गया है। लेकिन सावन में इसका महत्व कई गुणा होता है। शिवपुराण के रुद्रसंहिता में बताया गया है कि सावन के महीने में रुद्राभिषेक करना विशेष फलदायी है। यह सनातन धर्म में सबसे प्रभावशाली पूजा मानी जाती है जिसका फल तत्काल प्राप्त होता है। इससे भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों के सभी दुखों का अंत करते हैं और सुख-शांति और समृद्धि प्रदान करते हैं। रुद्राभिषेक की पूजा प्रशिक्षित पंडितों द्वारा ही करानी चाहिए। यह माह मनोकामना,आकांक्षाओं और मनवांछित फल की पूर्ति का समय होता है। रुद्राभिषेक की पूजा से जीवन के नकारात्मक हालात भी बदल जाते है। आईये जानतें हैं सावन माह की कुछ ख़ास तिथियां कौन सी हैं..

Sawan Rudrabhishek 2025

सावन 2025 शुक्‍ल पक्ष में रुद्राभिषेक की शिववास तिथियां
11 जुलाई – शुक्रवार, प्रतिपदा तिथि, सुखद
14 जुलाई – सोमवार, चतुर्थी तिथि, सुखप्रद
15 जुलाई – मंगलवार, पंचमी तिथि, अभीष्टसिद्धि
18 जुलाई – शुक्रवार, अष्टमी तिथि, सुखप्रद
21 जुलाई – सोमवार, एकादशी तिथि, सुखप्रद
22 जुलाई – मंगलवार, द्वादशी तिथि, अभीष्टसिद्धि
23 जुलाई – बुधवार, चुतर्दशी तिथि, शुभयोग
24 जुलाई – गुरुवार, अमावस्या तिथि, सुखप्रद

Sawan Rudrabhishek 2025

सावन 2025 कृष्‍ण पक्ष में रुद्राभिषेक की शिववास तिथियां

26 जुलाई – शनिवार, द्वितीया तिथि, सुखप्रद
29 जुलाई – मंगलवार, पंचमी तिथि, सुखप्रद
30 जुलाई -बुधवार, षष्ठी तिथि, अभीष्टसिद्धि
6 अगस्त – बुधवार, द्वादशी, सुखप्रद
7 अगस्त – गुरुवार, त्रयोदशी, अभीष्टसिद्धि

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