Swami Prasad Maurya controversial statement : हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, यह केवल धोखा है, सपा नेता ने फिर दिया विवादित बयान

Swami Prasad Maurya controversial statement : समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादों से पुराना नाता रहा है।

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  • Publish Date - August 28, 2023 / 04:47 PM IST,
    Updated On - August 28, 2023 / 04:47 PM IST

Swami Prasad Maurya on Aurangzeb Controversy | Source : File Photo

लखनऊ : Swami Prasad Maurya controversial statement : समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादों से पुराना नाता रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। एक बार फिर ऐसा ही हुआ है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे हिंदू धर्म और यूपी की सत्ताधारी पार्टी भाजपा आग बबूला हो गई है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बयान में हिंदू धर्म को एक धोखा बताया है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि ब्राह्मणवाद की जड़ें काफी गहरी हैं और ब्राह्मण धर्म को ही हिंदू धर्म कहा जा रहा है। हिंदू धर्म दरअसल, पिछड़ों, आदिवासियों और दलितों को मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है।

हिंदू अगर एक धर्म होता तो वहां दलितों और पिछड़ों का भी सम्मान होता। सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। उन्होंने कहा कि सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता है, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता, लेकिन क्या विडंबना है।

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पूर्व राष्ट्रपति पर भी दिया बयान

Swami Prasad Maurya controversial statement : उन्होंने कहा कि हमारे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया है। इस दौरान सपा नेता ने पूर्व राष्ट्रपति पर भी विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम लोग भले ही पागल होकर हिंदू धर्म के लिए मरें पर ब्राह्मणवादी व्यवस्था के चालाक लोग हमें आदिवासी मानते हैं। ऐसा ही व्यवहार भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ हुआ। दलित होने के कारण उन्हें मंदिर में जाने से रोका गया। इसी तरह अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री पद से हटने पर मुख्यमंत्री आवास और कालिदास मार्ग को गौमूत्र से पवित्र किया गया था, क्योंकि वो पिछड़े समाज से आते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा अंबेडकर और ज्योतिबा फुले जैसे हमारे महापुरुषों ने एक लंबा संघर्ष किया, जिसका नतीजा है कि आज हजारों साल की गुलामी से निजात पाकर हम सम्मान और स्वाभिमान के रास्ते पर चल पड़े हैं।

बीजेपी ने बोला हमला

Swami Prasad Maurya controversial statement : सपा नेता स्वामी प्रसाद के विवादित बयान पर यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर इनके नेताओं के जहरीले बयान ही सपा को बनाएंगे समाप्तवादी पार्टी। सभी समस्याओं का समाधान प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास रूपी महामंत्र से होगा। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि स्वामी प्रसाद जानबूझकर ऐसे बयान देते हैं, जिससे समाज में द्वेष पैदा हो। सपा के लोग सिर्फ वोट बैंक को लेकर तुष्टिकरण की राजनीति के लिए ऐसे विष भरे बयान दे रहे हैं। इस तरह के बयान देकर केवल माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

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स्वामी प्रसाद पहले भी देते रहे हैं विवादित बयान

Swami Prasad Maurya controversial statement : पिछले कुछ समय से स्वामी प्रसाद लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने रामचरित मानस को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस से जो आपत्तिजनक अंश हैं, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए। ब्राह्मण भले ही दुराचारी, अनपढ़ और गंवार हो, लेकिन उसे पूजनीय बताया गया है, लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान या फिर ज्ञाता हो, उसका सम्मान मत करिए. स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये कहकर भी विवाद खड़ा कर दिया थी कि बद्रीनाथ, केदारनाथ और जगन्नाथपुरी पहले बौद्ध मठ थे।

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