Pakistan Bans Trade With India | Photo Credit: IBC24
नई दिल्ली: Pakistan Bans Trade With India जम्मूकश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पूरे भारत के लोगों में आक्रोश का माहौल बना है। तो वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। सरकार ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता फिलहाल रोक दिया गया है और साथ ही अटारी बॉर्डर पर चेक पोस्ट को भी बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही पाकिस्तानियों का वीजा रद्द कर दिया गया है। जिसके बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है।
Pakistan Bans Trade With India मोदी सरकार के फैसले ने पाकिस्तान सरकार को ऐसी स्थिति में ला खड़ा किया है, जहां उसे तात्कालिक फैसले लेने पड़े हैं। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। पाकिस्तान ने भारत के साथ सारे कारोबार पर रोक लगा दी है। इसके अलावा वाघा बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है।
पाकिस्तान सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत के साथ सभी कारोबारी गतिविधियों पर रोक लगा दी है। इससे दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्तों पर सीधा असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इस फैसले के बाद पाकिस्तान में व्यापारिक हलचल तो थमी ही है, साथ ही भारतीय कंपनियों और उद्योगपतियों को भी झटका लगा है।
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अपने फैसले को और कड़ा करते हुए कहा है कि भारत द्वारा पानी रोकने की कोशिश युद्ध जैसी कार्रवाई मानी जाएगी। पाकिस्तान का कहना है कि जल संसाधन युद्ध के जैसे होते हैं, और ऐसे फैसले से दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ सकता है।
इसके अलावा, पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना एयर स्पेस भी बंद कर दिया है। यह कदम एयरलाइन सेवाओं और नागरिक उड़ानों पर असर डाल सकता है, और दोनों देशों के बीच हवाई संपर्कों में एक बड़ा व्यवधान उत्पन्न हो सकता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच एक प्रमुख सीमा स्थल वाघा बॉर्डर को भी पाकिस्तान ने बंद कर दिया है। इससे व्यापारिक गतिविधियों के साथ-साथ लोग भी इस सीमा से आने-जाने में असमर्थ होंगे। इस कदम से न केवल दोनों देशों के बीच संबंधों में और तनाव बढ़ेगा, बल्कि भारतीय नागरिकों के लिए पाकिस्तान यात्रा भी मुश्किल हो जाएगी।
पाकिस्तान ने एक और कड़ा कदम उठाते हुए शिमला समझौते से हटने की धमकी दी है। शिमला समझौता दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण शांति समझौता था, और इसके तहत कई क्षेत्रों में सहमति बनी थी। अब पाकिस्तान की ओर से यह धमकी दी गई है कि अगर भारत ने अपने कदम वापस नहीं लिए, तो वह शिमला समझौते को रद्द करने पर विचार करेगा।