भोपाल। भोपाल में आत्महत्या की एक घटना ने सबको झंकझोर कर रख दिया है। गर्भवती महिला की खुदकुशी ने हर किसी को रूला दिया है। आपको बताते हैं एक लहूलुहान और मौत से लिपटी सच्ची कहानी, जो दस साल पहले तब शुरू हुई थी, जब प्यार के दो परिंदों ने साथ जिंदगी जीने का फैसला किया था। प्यार से सजे आशियाने पर मोहब्बत के दो फूल एक साथ खिलने वाले थे। जिनकी महक से घर का कोना-कोना खुशियों से भर गया था। मगर नियति को तो कुछ और ही मंजूर था। मौत का एक ऐसा बवंडर आया कि सब कुछ उजड़ गया।
पढ़ें-पुष्कर मंदिर में राहुल ने हटाया अपनी जाति और गोत्र से परदा, दादा
मुस्कुराता हुआ ये चेहरा भोपाल के कोलार इलाके की गायत्री गोहे का है, मगर अब इस मुस्कुराहट को मौत ने अपनी बाहों में भर लिया है। स्वरूप बिल्डिंग सांईनाथ नगर में रहने वाली 38 साल की गायत्री ने करीब दस साल पहले मूलताई के रहने वाले मनोज गोहे से प्रेम विवाह किया था। कुछ दिन पहले मनोज की तबीयत खराब हुई और वो अस्पताल में भर्ती हुआ। जहां 26 नवंबर को उसकी हालत नाजुक हो गई। गायत्री को जब अपनी मांग का सिंदूर मौत के मुहाने पर खड़ा नजर आया, तो उसने सुहाग से पहले दुनिया छोड़ने की ठान ली।
पढ़ें-शादी से पहले दुल्हन ने गाया- सिंगल रहने दे.. आप भी देखें
घर के सामने की निर्माणाधीन बिल्डिंग की पांचवी मंजिल से छलांग लगाने के बाद खून से लथपथ गायत्री को अस्पताल ले जाया गया। आठ महीने की गर्भवती गायत्री ने दुनिया छोड़ने से पहले दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। उधर गायत्री के पति मनोज की सांसें भी उखड़ गईं। कुछ पलों के भीतर बेटे और बहू को खोने वाला परिवार सदमे में था और रात होते-होते दोनों नवजात जुड़वां बच्चों ने भी हमेशा के लिए आंखें मूंद ली। तिनका-तिनका कर दस सालों में मोहब्बत से सजाए गए एक आशियाने पर मौत का ऐसा बवंडर आया कि कुछ घंटे के भीतर चार जिंदगी के माथे पर मौत की क्रूर कहानी लिखी गई।
वेब डेस्क, IBC24
Smriti Irani in Ayodhya : नामांकन दाखिल करने के एक…
17 hours ago