मध्यप्रदेश के महासंग्राम में दांव पर दिग्गजों की साख.. देखिए एक नजर | MP Assembly Election 2018:

मध्यप्रदेश के महासंग्राम में दांव पर दिग्गजों की साख.. देखिए एक नजर

मध्यप्रदेश के महासंग्राम में दांव पर दिग्गजों की साख.. देखिए एक नजर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : November 21, 2018/8:03 am IST

भोपाल। गुना, बमोरी, राघौगढ़, चाचौड़ा गुना जिले की इन चार विधानसभाओं में चुनावी महासंग्राम चल रहा है, लिहाजा अपनी पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार करने पहुंचे मध्यप्रदेश भर में अपनी राजनैतिक साख के लिये जाने जाने वाले दिग्गज नेताओं के हेलीकॉप्टर भी इन विधानसभाओं में उतर चुके हैं। मंच से भाषण हुये, हजारों की जनता की भीड़ के बीच तालियों की गड़गड़ाहट भी सुनाई दी।  लेकिन इस बार कांटे की टक्कर के मुकाबले के बीच कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां से इन दिग्गजों की साख भी दाव पर लगी हुई है।

गुना से कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया 15 नवंबर को हेलीकॉप्टर से बमोरी विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह सिसोदिया के समर्थन में महू में और इसके बाद गुना में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे, और जनता से वोट मांगे, बीजेपी पर जमकर हमला बोला शिवराज सरकार पर तंज कसे, और बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कही।

क्यों लगी है साख दाव पर:-
साख की अगर बात करें तो सिंधिया हर बार इन दोनों विधानसभा सीटों पर अपने समर्थित प्रत्याशियों को उतारते आये हैं लेकिन बर्ष 2008 में बमोरी सीट बीजेपी के कब्जे में चली गई थी, लेकिन बर्ष 2013 में कांग्रेस ने इस सीट को वापस अपने कब्जे में ले लिया, और पिछली बार विधायक रहे महेंद्र सिंह सिसोदिया इस बार भी इस सीट से प्रत्याशी हैं, जबकि उनका मुकाबला इस बार बीजेपी के बृज मोहन सिंह आजाद व निर्दलीय प्रत्याशी केएल अग्रवाल जो हाल ही में बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं से है, हालांकि बसपा से प्रत्याशी ओ पी त्रिपाठी भी मैदान में हैं लेकिन इस सीट पर अभी तक उसका एक बार भी खाता नहीं खुला है, यानि इस बार बमोरी में मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद है, वहीं गुना विधानसभा आरक्षित सीट पर पिछली बार बीजेपी का कब्जा था और कांग्रेस को यहां से हार का सामना करना पड़ा था, और इस बार चंद्रप्रकाश अहिरवार को चुनाव मैदान में उतारा गया है, सिंधिया खेमे की इन दोनों सीटों पर पिछले चुनाव में एक पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस का कब्जा रहा, इसलिए इस बार भी मुकाबला चुनौतीपूर्ण है और ज्योतिरादित्य सिंधिया की साख दांव पर लगी है।

दिग्विजयसिंह- पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह 16 नवंबर को हेलीकॉप्टर से चाचौड़ा विधानसभा में कुसुमपुरा पहुंचे, जहां पर उन्होंने अपने छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया, लक्ष्मण सिंह के लिये वोट मांगे, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा गरीबों के पक्ष में काम किया, संविधान में हक दिया, अपना राजा चुनने का अधिकार दिया, 5 साल में सरकार बदलने का भी अधिकार दिया, अच्छा काम करोगे तो सरकार में बैठाएंगे, और नहीं करेंगे तो हटाएंगे

क्यों लगी है साख दाव पर:
साख की अगर बात करें तो पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह अपने गृह नगर राघोगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी हैं तो वहीं छोटे भाई लक्ष्मण सिंह जो पूर्व में सांसद भी रह चुके हैं चाचौड़ा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हैं और इस बार अपने खेमे की इन 2 सीटों पर चुनाव निकालना इसलिए जरूरी है क्योंकि दोनों सीटों पर उनके भाई और बेटे चुनाव लड़ रहे हैं और जहां एक तरफ दिग्विजय सिंह के परिवार की प्रतिष्ठा का सवाल है, तो वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की साख भी इन दोनों सीटों पर दांव पर लगी हुई है,

शिवराज सिंह चौहान- सीएम शिवराज सिंह चौहान 18 नवंबर को हेलीकॉप्टर से बमोरी विधानसभा के बीजेपी प्रत्याशी बृज मोहन सिंह आजाद के समर्थन में बमोरी में चुनावी सभा संबोधित करने पहुंचे, कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, फिल्मी अंदाज में कटाक्ष किये, सिंधिया दिग्विजयसिंह के चुनावी तंज पर कहा कि हम विकास करते हैं तो कांग्रेस को गुस्सा आता है, हम विकास की बारे में सोचते हैं, और कांग्रेस को कुर्सी न मिलने के कारण रातों को नींद नहीं आती, उन्होंने बीते कांग्रेस के राज्य में मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बताया, और बीजेपी की 15 वर्ष की उपलब्धि गिनाते हुये कहा कि मध्यप्रदेश को अब विकसित राज्य बन चुका है और आने वाले समय में मध्यप्रदेश को सुखी और समृद्ध बनाया जायेगा, गरीबी हटाकर रोटी कपड़ा मकान पढ़ाई-लिखाई स्वास्थ्य को सरकार की जिम्मेदारी से जोड़कर मध्यप्रदेश को समृद्धि की ओर लेजाना है, यह उन्होंने अपने संबोधन में कहा।

क्यों लगी है साख दाव पर:-
साख की अगर बात करें तो सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिये इस बार इसलिए चुनौती है क्योंकि पिछली बार दो सीटों पर बीजेपी आई थी तो दो सीटों पर कांग्रेस, यानि कि मुकाबला राजा महाराजा के गढ़ में टक्कर का रहा था, इस बार गुना से बीजेपी के प्रत्याशी गोपीलाल जाटव, बमोरी से बृजमोहन सिंह आजाद, चाचौड़ा से ममता मीना और राधौगढ़ से भूपेंद्र सिंह रघुवंशी चुनाव मैदान में है, और इस बार भी चार विधानसभा सीटों में से बीजेपी की सीटों में बढ़ोतरी करने की चुनौती सामने रहेगी, क्योंकि इन विधानसभाओं से कड़ा मुकाबला इसलिए भी है क्योंकि इन सीटों पर शिवराज को टक्कर देने वाले कांग्रेस के ऐसे दो चेहरे सामने हैं जिनमें से एक पूर्व में सीएम रह चुका है तो वहीं एक इसी राज्यसभा सीट से सांसद है, इसलिए यहां तीनों की साख दाव पर है।

 

नीरज योगी IBC24, गुना