रायपुर। चर्चित नान घोटाला मामले में आरोपी आईएएस अफसर अनिल टुटेजा और आलोक शुक्ला के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो ईओडब्ल्यू और एसीबी ने कोर्ट में पूरक चालान भी पेश किया है।
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नागरिक आपूर्ति निगम (नान) में 2015 में ईओडब्लू और एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापा मारा था, तब शुक्ला सचिव और टुटेजा एमडी थे। छापे के दौरान नान के ऑफिस से करीब 1.59 करोड़ रुपए कैश मिला था। इसके बाद ईओडब्लू और एंटी करप्शन की टीम ने राज्यभर में नान के करीब 28 कार्यालय और कुछ अधिकारियों कर्मचारियों के घरों में छापे मारे थे। सभी जगह से कैश मिला था। इस केस में अब तक 13 को गिरफ्तार किया जा चुका है। उनमें कुछ अभी भी जेल में है। शासन से इस कार्रवाई की अनुमति मिलने के बाद एजेंसियों ने पूरक चालान में दोनों को बतौर आरोपी पेश किया है।
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केस की विवेचना के दौरान नान के आरोपी मैनेजर शिवशंकर भट्ट ने सरकारी गवाह बनने की पेशकश की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। सूत्रों ने बताया कि इस मामले में जेल में लंबे समय रहने के बाद कुछ आरोपी जमानत पर रिहा हो चुके हैं।
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