रिठाला विधानसभा सीट से कौन मारेगा बाजी, क्या जनता के उम्मीदों पर खरा उतर पाई है 'आप'.. जानिए | Who will win from Rithala Assembly seat

रिठाला विधानसभा सीट से कौन मारेगा बाजी, क्या जनता के उम्मीदों पर खरा उतर पाई है ‘आप’.. जानिए

रिठाला विधानसभा सीट से कौन मारेगा बाजी, क्या जनता के उम्मीदों पर खरा उतर पाई है 'आप'.. जानिए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:48 PM IST, Published Date : January 30, 2020/11:42 am IST

नई दिल्ली। रिठाला विधानसभा क्षेत्र राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र का हिस्‍सा यह विधानसभा क्षेत्र दिल्‍ली की 70 सीटों में से एक है।

रिठाला का इतिहास

उत्‍तर पश्चिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्‍सा यह विधानसभा क्षेत्र परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में अस्तित्‍व में आया। यहां के पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत हासिल हुई। भाजपा प्रत्‍याशी कुलवंत राणा ने कांग्रेस के उम्‍मीदवार शंभू दयाल शर्मा को हराकर विधानसभा सदस्‍य चुने गए। 2013 के दूसरे चुनाव में भी भाजपा के कुलवंत राणा ने जीत हासिल की। 2015 के तीसरे चुनाव में आम आदमी पार्टी के मोहिंदर गोयल यहां से विधायक चुने गए। मोहिंदर ने यहां से लगातार दो बार विधायक चुने गए भाजपा के कुलवंत राणा को शिकस्‍त दी। दिल्ली शहर का प्रमुख हिस्‍सा यह क्षेत्र मेट्रो रेल की रेड लाइन शाखा का एक स्टेशन भी है।

आमने सामने

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने रिठाला से विजय चौधरी मैदान को उतारा है जबकि आम आदमी पार्टी ने पिछले विधायक मोहिंदर गोयल पर ही भरोसा जताया है।

2015 के विधानसभा चुनाव में रिठाला विधानसभा पर कुल 2,48,415 वोटर्स थे जिसमें 1,33,657 पुरुष और 1,14,737 महिला मतदाता शामिल थे। जबकि 21 वोटर्स थर्ड जेंडर से थे. 2,48,415 में से 1,65,066 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 705 वोट नोटा के पक्ष में पड़े।

रिठाला विधानसभा सीट दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से एक है और उत्तर-पश्चिम दिल्ली जिले में पड़ती है और उत्तर-पश्चिम दिल्ली संसदीय क्षेत्र के तहत आता है। रिठाला सीट का इतिहास पुराना नहीं है और 2008 में अस्तित्व में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने लगातार 2 जीत के बाद इस सीट पर अपनी बादशाहत बनाए रखी थी, लेकिन 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के इस किले में सेंध लगाई और यह किला अपने नाम कर लिया।

2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के मोहिंदर गोयल ने जीत हासिल की थी उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और 2 बार के विधायक कुलवंत राणा को 29,251 मतों के अंतर से हराया।

रिठाला के मतदाता

मोहिंदर गोयल को चुनाव में 93,470 मत (56.6%) मिले तो राणा के खाते में 64,219 मत (38.9%) आए। जबकि कांग्रेस के जगदीश यादव तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 5,367 वोट ही मिले. चुनाव मैदान में कुल 9 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी।

पहली जीत बीजेपी के नाम

2008 में अस्तित्व में आने के बाद रिठाला विधानसभा सीट पर पहली बार हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुलवंत राणा ने जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के शंभुदयाल शर्मा को हराया था। 2013 के चुनाव में भी बीजेपी ने कुलवंत राणा पर ही भरोसा जताया। इस बार उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) के हरीश अवस्थी को हराया था।

कब होगी मतगणना?

दिल्ली की पहली पूर्ण विधानसभा का गठन नवंबर 1993 में हुआ था. इससे पहले राजधानी दिल्ली में मंत्रीपरिषद की व्यवस्था हुआ करती थी। 70 सदस्यीय विधानसभा में एक चरण में मतदान हो रहा है। 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे जबकि मतगणना 11 फरवरी को होगी। वर्तमान दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो रहा है।

 
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