Tehsildar Sexual harassment with Woman : ग्वालियर। मध्य प्रदेश के सरकारी ऑफिस में सेक्सुअल हैरेसमेंट के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला ग्वालियर का है। जहां, एक तहसील के तहसीलदार पर महिला कर्मचारियों से सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए। ग्वालियर कलेक्टर ने कार्यस्थल पर होने वाली शिकायत की जांच स्थानीय परिवाद समिति को सौंप दी है। इस मामले में अब समिति सोमवार को सुनवाई करेगीं। वहीं आरोपी तहसीलदार इसे अपने खिलाफ सजिश बता रहे है।
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Tehsildar Sexual harassment with Woman : ग्वालियर कलेक्ट्रेट में कुछ दिन पहले समाजसेवी महिला ने तहसीलदार के खिलाफ शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि तहसीलदार ने कार्यस्थल पर साथी चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी का सेक्सुअल हैरेसमेंट किया था। परेशान होकर महिला कर्मचारी ने ADM अंजू अरुण को आवेदन देकर निवेदन किया था कि उसे सिटी सेंटर ऑफिस से हटाकर कहीं भी पदस्थ किया जाए। इस पर उस महिला कर्मचारी को अन्य तहसील भेज दिया गया। वहीं मामले को लेकर महिला विकास के जांच आधिकारियो का कहना है मामला बेहद गंभीर है, इसलिए उसे समिति को सौंप दिया गया है।
शिकायत करने वाली समाजसेवी महिला ने यह भी लिखा है कि तहसीलदार का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। वह महिलाओं से ऐसा ही व्यवहार करते हैं। इसके संबंध में ऑफिस में काम करने वाली दूसरी महिलाओं से भी बातचीत की जा सकती है। साथ ही ये भी कहा कि वह अपने गलत काम के लिए किलागेट पर एक मकान का उपयोग करते हैं। जिसे उन्होंने किराए पर ले रखा है। वहीं इस मामले को लेकर आरोपी तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान का कहना है उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
बहरहाल जिला प्रशासन पीड़ित महिला की शिकायत को गोपनीयता के आधार पर सार्वजानिक नही कर रही है। लेकिन कहा जा रहा है, जब पीड़ित महिला को ग्वालियर के प्रशासन से न्याय नही मिला था… तो उसने इस मामले की शिकायत निर्वाचन आयोग को थी। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया है, आनन-फानन में मामले को समिति के पास जांच के लिए भेजा गया है। ऐसे में सोमवार को पीड़ित महिला की शिकायत पर समिति सुनवाई करेगीं।