राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बढ़कर वार्षिक लक्ष्य का 39.3 प्रतिशत रहा |

राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बढ़कर वार्षिक लक्ष्य का 39.3 प्रतिशत रहा

राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बढ़कर वार्षिक लक्ष्य का 39.3 प्रतिशत रहा

:   Modified Date:  October 31, 2023 / 05:10 PM IST, Published Date : October 31, 2023/5:10 pm IST

नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर (भाषा) केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में वार्षिक लक्ष्य का 39.3 प्रतिशत रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 37.3 प्रतिशत था।

लेखा महानियंत्रक (सीजीए) के आंकड़ों के मुताबिक, सरकार के आय एवं व्यय के बीच का अंतर यानी राजकोषीय घाटा अप्रैल-सितंबर की अवधि में वास्तविक संदर्भ में 7.02 लाख करोड़ रुपये रहा।

सरकार ने आम बजट में अनुमान जताया था कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.9 प्रतिशत रहेगा। बीते वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.4 प्रतिशत था।

आंकड़ों के मुताबिक, सरकार का कर राजस्व 11.60 लाख करोड़ रुपये रहा जो वार्षिक लक्ष्य का 49.8 प्रतिशत है। अप्रैल-सितंबर 2022-23 के दौरान शुद्ध कर संग्रह उस साल के वार्षिक बजट अनुमान (बीई) का 52.3 प्रतिशत था।

केंद्र सरकार का कुल व्यय 21.19 लाख करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान का 47.1 प्रतिशत है।

भाषा पाण्डेय प्रेम

प्रेम

 

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