एफपीओ, कोष जुटाने से नेटवर्क विस्तार में मिलेगी मदद: वोडाफोन आइडिया सीईओ |

एफपीओ, कोष जुटाने से नेटवर्क विस्तार में मिलेगी मदद: वोडाफोन आइडिया सीईओ

एफपीओ, कोष जुटाने से नेटवर्क विस्तार में मिलेगी मदद: वोडाफोन आइडिया सीईओ

:   Modified Date:  April 17, 2024 / 08:37 PM IST, Published Date : April 17, 2024/8:37 pm IST

नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय मूंदड़ा ने बुधवार को भरोसा जताया कि कंपनी का अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) सफल रहेगा और घाटे में चल रही दूरसंचार कंपनी को नेटवर्क विस्तार के लिए जरूरी कोष उपलब्ध हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इससे ग्राहकों की घटती संख्या को रोकने में मदद मिलेगी।

कंपनी एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों को खरीदने के लिए जीक्यूजी जैसे निवेशकों के आगे आने से उत्साहित है।

मूंदड़ा ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि एफपीओ को विदेशी और घरेलू ‘एंकर’ निवेशकों से जो प्रतिक्रिया मिली है, वह एक एक ‘अच्छी शुरुआत’ है। यह वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) को कोष जुटाने की प्रक्रिया की सफलता को लेकर भरोसा दिलाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘वह यह नहीं मानते हैं कि वोडाफोन-आइडिया के 5जी में ‘कुछ देर से प्रवेश’ से दूरसंचार कंपनी पर लंबे समय में असर पड़ेगा। वास्तव में, कंपनी लाभ में है। उसने यह जाना है कि 5जी की शुरुआत के बाद से पिछले एक से डेढ़ साल में बाजार कैसे विकसित हुआ है और इसके आधार पर इस क्षेत्र में अपने निवेश को दुरुस्त कर सकती है।’’

वीआईएल के सीईओ ने शुल्क दर में वृद्धि की जरूरत बतायी और कहा कि उद्योग 4जी युग में भी पूंजी की लागत वापस नहीं कर रहा है और 5जी के आगमन के साथ स्थिति और गंभीर हो गई है।

दरों में वृद्धि के पिछले दो दौर में ग्राहकों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया और न ही ग्राहकों को कोई नुकसान हुआ। इसके आधार पर कहा जा सकता है कि पूर्व में में जो वृद्धि हुई है, बाजार ने उसे सकारात्मक तरीके से लिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘दरों में वृद्धि करना महत्वपूर्ण है ताकि उद्योग पूंजी की लागत दे।’’ हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि शुल्क दर में वृद्धि कब होगी।

एक सवाल के जवाब में मूंदड़ा ने कहा कि सरकार का रुख हमेशा सहयोगात्मक रहा है। वोडाफोन की पूंजी निवेश योजनाओं पर अधिकारियों की हाल में की गयी टिप्पणी उसकी पुष्टि करती है।

कंपनी ने सार्वजनिक निवेशकों के लिए एफपीओ खुलने से पहले बड़े यानी एंकर निवेशकों से 5,400 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की है। इनमें जीक्यूजी पार्टनर्स एमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी फंड, फिडेलिटी, यूबीएस फंड मैनेजमेंट, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, ऑस्ट्रेलियन सुपर, ट्रू कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स मॉरीशस जैसे विदेशी निवेशक शामिल हैं।

इसके अलावा मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और क्वांट म्यूचुअल फंड जैसे घरेलू निवेशकों ने भी निवेश किया है।

वोडाफोन आइडिया का 18,000 करोड़ रुपये का एफपीओ सार्वजनिक निवेशकों के लिए 18 अप्रैल को खुलेगा और 22 अप्रैल को बंद होगा। इसके साथ यह देश में अबतक का सबसे बड़ा एफपीओ है।

सीईओ ने कहा, ‘‘सही मायने में निवेश की कमी के कारण, हम वृद्धि में भाग लेने में सक्षम नहीं हैं और इसलिए, जब अन्य लोग बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रहे हैं, हम बाजार हिस्सेदारी खो रहे हैं…जैसे-जैसे हम निवेश करेंगे और 4जी ‘कवर’ करेंगे, हम पूरे बाजार में भाग लेने में सक्षम होंगे। इससे हम ग्राहकों में निरंतर कम होती संख्या को रोकने में कामयाब होंगे।’’

वोडाफोन आइडिया पर 2.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। उसे हर तिमाही नुकसान हो रहा है और प्रत्येक महीने ग्राहकों की संख्या कम हो रही है।

कंपनी ने इससे पहले तरजीही शेयर आवंटन के माध्यम से प्रवर्तक आदित्य बिड़ला समूह से 2,075 करोड़ रुपये जुटाये थे। इससे कंपनी को नेटवर्क विस्तार में मदद मिलेगी।

भाषा रमण अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)