विदेश में गिरावट से ज्यादातर तेल-तिलहन के भाव टूटे, आवक घटने से बिनौला मजबूत |

विदेश में गिरावट से ज्यादातर तेल-तिलहन के भाव टूटे, आवक घटने से बिनौला मजबूत

विदेश में गिरावट से ज्यादातर तेल-तिलहन के भाव टूटे, आवक घटने से बिनौला मजबूत

:   Modified Date:  April 18, 2024 / 08:46 PM IST, Published Date : April 18, 2024/8:46 pm IST

नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) विदेशी बाजारों में भारी गिरावट के बीच घरेलू बाजार में बृहस्पतिवार को ज्यादातर तेल-तिलहन के दाम में गिरावट आई जबकि आवक का स्तर घटने के बीच बिनौला तेल के भाव में तेजी रही।

शिकॉगो एक्सचेंज में गिरावट है जबकि मलेशिया एक्सचेंज में भारी गिरावट है।

बाजार सूत्रों ने कहा कि पहले कच्चे पामतेल (सीपीओ) और इसके रिफाइंड, पामोलीन तेल का भाव सोयाबीन डीगम से 50-60 डॉलर ऊंचा था। वह कीमत आज घटकर सोयाबीन डीगम से 20-25 डॉलर नीचे हो गया है। मौजूदा स्थिति के कारण अब सीपीओ और पामोलीन का आयात बढ़ सकता है जिससे खाद्यतेल आपूर्ति की स्थिति में सुधार होने की संभावना हो सकती है।

पहले पाम, पामोलीन का भाव ऊंचा होने की वजह से इसका आयात प्रभावित हो रहा था जिसका दवाब सॉफ्ट आयल पर आ रहा था और जिसे पूरा करना मुश्किल था। लेकिन इसके बावजूद सोयाबीन डीगम आज भी 2-3 प्रतिशत के प्रीमियम दाम पर बिका।

कल बाजार रामनवमी त्योहार के मौके पर बंद था।

बिनौले की आवक मंगलवार को लगभग 40 हजार गांठ की थी, आज छुट्टी के बाद बढ़ने के बजाय घटकर लगभग 35 हजार गांठ रह गई। विशेषज्ञों ने किसानों से अनुकूल मौसम के कारण 20 अप्रैल से 20 मई के बीच कपास की बुवाई करने को कहा है।

सूत्रों ने कहा कि जब नकली खल की वजह से 35 हजार कपास की गांठ नहीं खप रही तो पूरे सत्र में उत्पादित होने वाला लगभग 2.5 लाख कपास गांठ कैसे और कहां खपेगा। इस संदर्भ में देशी तेल तिलहन का बाजार बनाने की ओर ध्यान देना होगा। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) माफ होने की वजह से नकली खल का कारोबार फल फूल रहा है जबकि यह व्यवस्था किसानों को राहत देने के लिए की गई थी लेकिन कुछ लोग इसका नाजायज फायदा उठा रहे हैं। दूसरी ओर मुर्गीदाने पर पांच प्रतिशत का जीएसटी लागू है जबकि इस फलते फूलते कारोबार के लिए मुर्गीपालन करने वाले किसानों को राहत देनी चाहिये।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 5,235-5,275 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,060-6,335 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 14,500 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,200-2,465 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 9,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,685-1,785 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,685 -1,800 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,250 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,880 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,600 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 9,125 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,775 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,450 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 9,400 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,830-4,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,630-4,670 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,075 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

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