भानुप्रतापपुर उपचुनाव, चुनाव प्रचार समाप्त |

भानुप्रतापपुर उपचुनाव, चुनाव प्रचार समाप्त

भानुप्रतापपुर उपचुनाव, चुनाव प्रचार समाप्त

:   Modified Date:  December 3, 2022 / 09:38 PM IST, Published Date : December 3, 2022/9:38 pm IST

कांकेर, तीन दिसंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार शनिवार को समाप्त हो गया।

भानुप्रतापपुर सीट पर पांच दिसंबर को मतदान है। इस सीट पर राज्य में सत्ताधारी दल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की।

नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के अंतर्गत आने वाले भानुप्रतापपुर क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी का 16 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। यह सीट तब से ​रिक्त है।

अधिकारियों ने बताया कि भानुप्रतापपुर सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार दोपहर तीन बजे समाप्त हो गया। अब उम्मीदवार पांच दिसंबर को होने वाले मतदान से पहले घर-घर जाकर प्रचार कर सकते हैं।

इस उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पार्टी की ओर से प्रचार किया तथा भाजपा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रचार किया।

चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने भाजपा के उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम पर निशाना साधते हुए कहा कि वह झारखंड में एक बलात्कार मामले में आरोपी हैं और नेताम को पार्टी का उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने संदेश दिया है कि वह उनके जैसे आरोपियों को संरक्षण देने में सबसे आगे है।

हालांकि भाजपा ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि उपचुनाव में हार की आशंका के कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झारखंड सरकार के साथ मिलकर नेताम को बदनाम करने की साजिश रची।

कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान विकास के कार्यों का हवाला दिया और कहा कि पार्टी आदिवासियों के हित में लगातार काम कर रही है।

वहीं भाजपा ने इस दौरान कांग्रेस सरकार पर आदिवासियों के आरक्षण अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।

चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बघेल ने लखनपुरी गांव में रोड शो किया और कोरर कस्बे में जनसभा को संबोधित किया।

बघेल ने कहा कि आरक्षण से संबंधित विधेयक शुक्रवार को राज्य विधानसभा द्वारा पारित किए गए और अब विपक्ष के पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।

भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जहां सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच है।

कांग्रेस ने सहानुभूति वोट बटोरने के लिए इस सीट से विधायक रहे मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को टिकट दिया है, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार नेताम पूर्व विधायक हैं।

वहीं बस्तर में आदिवासियों की संस्था सर्व आदिवासी समाज ने भी अपने उम्मीदवार अकबर राम कोर्राम को चुनाव के लिए मैदान में उतारा है। कोर्राम निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

कोर्राम भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। वह 2020 में पुलिस उप महानिरीक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे।

अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में कुल 1,95,678 मतदाता हैं, जिनमें 95,186 पुरुष, 1,00,491 महिला और एक तृतीय लिंग के मतदाता है। इस निर्वाचन क्षेत्र में 356 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 17 शहरी क्षेत्रों में और 239 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। मतों की गिनती आठ दिसंबर को होगी।

छत्तीसगढ़ विधानसभा के 90 विधायकों में से कांग्रेस के 70, भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन और बहुजन समाज पार्टी के दो विधायक है। वहीं एक सीट रिक्त है।

भाषा सं संजीव संजीव सिम्मी

सिम्मी

 

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