पांच लोगों को कुचलने वाली मादा हाथी का शव बरामद, वन अधिकारियों ने बताई मौत की वजह

पांच लोगों को कुचलने वाली मादा हाथी का शव बरामद Body of female elephant that crushed five people recovered

पांच लोगों को कुचलने वाली मादा हाथी का शव बरामद, वन अधिकारियों ने बताई मौत की वजह

elephant attack

Modified Date: November 29, 2022 / 07:48 pm IST
Published Date: April 20, 2022 3:05 pm IST

गरियाबंद, 20 अप्रैल । Body of female elephant recovered: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में वन विभाग ने एक मादा हाथी का शव बरामद किया है। अधिकारियों के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में इस मादा हाथी के हमले में पांच लोगों की मौत हो गई थी। गरियाबंद जिले के वन विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि शव की प्रारंभिक जांच से जानकारी मिली है कि मादा हाथी के मुंह में सूजन और मूत्राशय में संक्रमण था। आशंका है कि इसी के कारण उसकी मौत हुई है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

Body of female elephant recovered: गरियाबंद क्षेत्र के वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि वन विभाग को मंगलवार को धवलपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत सिकासेर बांध क्षेत्र में एक मादा हाथी का शव होने की जानकारी मिली थी। अग्रवाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पशु चिकित्सक राकेश वर्मा समेत अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के दल को घटनास्थल रवाना किया गया था। बाद में दल ने मादा हाथी का शव बरामद कर लिया था।

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अग्रवाल के मुताबिक, पशु चिकित्सकों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मादा हाथी के मुंह में सूजन और मूत्राशय में अत्यधिक संक्रमण था। अग्रवाल ने बताया कि आशंका है कि इस कारण मादा हाथी भोजन लेने में असमर्थ हो गई थी और वह धीरे-धीरे कमजोर होती चली गई। उसकी मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी।

अधिकारी के अनुसार, अपने झुंड से अलग होने के बाद मादा हाथी गरियाबंद और धमतरी जिले की सीमा पर सिकासेर क्षेत्र में भटक रही थी। उसने धमतरी वन मंडल में नौ अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच पांच लोगों को कुचलकर मार डाला था। उन्होंने बताया कि मादा हाथी हाल ही में गरियाबंद के जंगलों में पहुंच गई थी। क्षेत्र में तैनात हाथी मित्र (स्वयंसेवकों) और वन कर्मचारी उसकी आवाजाही पर नजर रखे हुए थे।

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छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में पिछले एक दशक से मानव-हाथी संघर्ष की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। हाथी अब राज्य के मध्य क्षेत्र के कुछ जिलों में भी पहुंच गए हैं। राज्य के सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलरामपुर और कांकेर जिले से लगातार मानव-हाथी संघर्ष की खबरें आती रहती हैं। वन विभाग के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में राज्य में हाथियों के हमले में 204 लोग मारे गए हैं, जबकि इस दौरान 45 हाथियों की भी मौत हुई है।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com