गरियाबंद। धमतरी जिले में 5 लोगों को कुचलकर मारने वाले मादा हाथी की मौत गरियाबंद जिले में हो गई है। हाथी अपने झुंड से बिछड़ने के चलते काफी आक्रामक हो चुकी थी। बता दें कि गरियाबंद जिले में हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है।
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सिकासेर बांध के पास झाड़ियों में बीमार हाथी के बैठे होने सूचना वन विभाग की टीम को मिली थी जिसके बाद डॉक्टरों की टीक वहां पहुंची, वहीं जांच में मौत की पुष्टि हुई। हाथी का पोस्टमार्टम कल सुबह तीन डॉक्टरों की टीम और वरिष्ठ वन अधिकारियों की निगरानी में होगा मगर प्रारंभिक जांच में हाथी को इंफेक्शन तथा छाले होने की बात सामने आई है।
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आपको बता दें कि 9 दिन पूर्व इस हाथी ने धमतरी जिले के सिहावा क्षेत्र में महज 2 दिन के भीतर पांच लोगों को पटक कर और कुचल कर मार दिया था जिसके बाद से हाथी सोधुर नदी पार कर गरियाबंद जिले में पहुंच गया था यहां उसने फायर वाचर के लिए बनाई गई एक झोपड़ी को तोड़ दिया वही महुआ बिन रही कुछ महिलाएं इस हाथी को देख कर जान बचाकर भागी थी। जिसके बाद हाथी सिकासेर बांध की ओर निकल गया था वन अधिकारियों का कहना है की यह हाथी बांध से आगे आमा मोरा की पहाड़ियों की ओर चला गया था, जिसके बाद आज वापस पीछे लौट आया और बांध के पास बैठे हुए अवस्था में बीमार होने और कुछ ना खाने की सूचना मिली। वहीं जाकर जांच की तो मौत की पुष्टि हुई।
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आपको बता दें कि इसके पूर्व धवलपुर वन परिक्षेत्र में करंट लगने से एक हाथी की मौत हुई थी वही आमा मोरा की पहाड़ी में एक हाथी के सावक को बाघ द्वारा मारने की बात भी सामने आई थी जिले में हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है।
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