मुरैना: सबलगढ़ तहसील के कुछ गांव में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। हालात यह हैं कि 2 हजार की आबादी वाले गांव में पीने के पानी लेने के लिए ग्रामीणों को बैल गाड़ियों और वाहनों से 3 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है।
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हर साल ग्रामीणों को गर्मी आते ही पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है। समस्या को लेकर शिकायत करने के बाद भी ना तो PHE अधिकारी और ना ही जिला प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है। सलेमपुर गांव पेयजल संकट कई सालों से बना हुआ है। अभी लॉकडाउन में भी घर से बाहर निकलना ग्रामीणों की मजबूरी हो गई है। इधर ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल संकट को लेकर नेताओं से लेकर सभी अधिकारियों तक शिकायत कर चुके हैं, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।
वहीं, PHE अधिकारियों की मानें तो इलाके में भूजल स्तर काफी नीचे गिर चुका है, जिसके चलते वहां पर किए जा रहे बोर सफल नहीं हो रहे हैं। इलाके में टंकियों का निर्माण कर घर में नल कनेक्शन से पेयजल की व्यवस्था की जा रही है।