म्यांमा के म्यावडी इलाके में फंसे 13 भारतीयों को बचाया गया |

म्यांमा के म्यावडी इलाके में फंसे 13 भारतीयों को बचाया गया

म्यांमा के म्यावडी इलाके में फंसे 13 भारतीयों को बचाया गया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : October 5, 2022/3:37 pm IST

नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय नौकरी रैकेट का शिकार होने के बाद म्यांमा के म्यावडी इलाके में फंसे 13 भारतीयों को बचा लिया गया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय नागरिक बुधवार को तमिलनाडु पहुंचे।

म्यांमा और थाईलैंड में भारतीय मिशनों के संयुक्त प्रयासों के बाद पिछले महीने 32 भारतीयों को म्यावडी से बचाया गया था।

बागची ने ट्वीट किया, ‘‘हम म्यांमा में भारतीय नागरिकों के फर्जी नौकरी रैकेट में फंसने के मामले को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहे हैं। म्यांमा और थाईलैंड में भारतीय दूतावासों को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद (जिनके प्रयास से) लगभग 32 भारतीयों को पहले ही बचाया जा चुका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘तेरह और भारतीय नागरिकों को बचा लिया गया है और वे आज तमिलनाडु पहुंच गए हैं।’’

थाईलैंड की सीमा से लगे दक्षिणपूर्वी म्यांमा के कायिन प्रांत में म्यावडी क्षेत्र पूरी तरह से म्यांमा सरकार के नियंत्रण में नहीं है और कुछ जातीय सशस्त्र समूहों का इस इलाके पर नियंत्रण है।

बागची ने कहा, ‘‘कुछ और भारतीय नागरिकों को उनके फर्जी नियोक्ताओं से मुक्त कराया गया है और वे म्यांमा में अवैध प्रवेश के लिए वहां के अधिकारियों की हिरासत में हैं।’’

उन्होंने कहा कि उन्हें जल्द से जल्द स्वदेश वापस लाने के लिए कानूनी औपचारिकताएं शुरू कर दी गई हैं।

बागची ने कहा, ‘‘इस रैकेट में कथित रूप से शामिल एजेंट का विवरण उचित कार्रवाई के लिए भारत के विभिन्न राज्यों में संबंधित अधिकारियों के साथ साझा किया गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लाओस और कंबोडिया में भी इसी तरह के नौकरी रैकेट के उदाहरण सामने आए हैं। वियनतियाने, नोम पेन्ह और बैंकॉक में हमारे दूतावास वहां से लोगों को वापस लाने में मदद कर रहे हैं।’’

भारतीय मिशन ने गत पांच जुलाई को नौकरी की पेशकश करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ चेतावनी देते हुए एक परामर्श जारी किया था।

मिशन ने कहा कि प्रारंभिक भर्ती के बाद भारतीय कामगारों को उचित दस्तावेज के बिना अवैध रूप से म्यांमा ले जाया जाता है, जिससे वे वहां ‘फंस’ जाते हैं।

मिशन की ओर से जारी परामर्श में कहा गया है, ‘‘उपरोक्त के मद्देनजर भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे उचित सावधानी बरतें और भर्ती करने वाले एजेंट के पूर्ववृत्त को सत्यापित करें। किसी भी रोजगार की पेशकश को स्वीकार करने से पहले सभी आवश्यक जानकारियां (नौकरी का विवरण, कंपनी का विवरण, स्थान, रोजगार अनुबंध आदि) उपलब्ध होना उचित है।

भाषा सुरेश रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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