(तस्वीरों के साथ)
तिरुवनंतपुरम, 26 अप्रैल (भाषा) केरल की सभी 20 लोकसभा सीट पर शुक्रवार सुबह सात बजे से लेकर शाम 5:20 बजे तक 64.73 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
केरल में 2019 के लोकसभा चुनाव में 77.84 प्रतिशत मतदान हुआ था।
राज्य भर में मतदान केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखी गईं, मतदाताओं ने शिकायत की कि चुनाव प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही है।
दिन के दौरान, मतदान के पहले घंटे में करीब छह प्रतिशत मतदान हुआ और उसके बाद, हर घंटे मतदान में छह से सात प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
दिन के दौरान जैसे-जैसे मतदान की प्रक्रिया आगे बढ़ी, बढ़ते तापमान के बावजूद, सभी उम्र के पात्र मतदाता अपना वोट डालने के लिए राज्य के 25,000 से अधिक मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े हुए दिखाई दिए।
उत्तरी केरल के कन्नूर में शाम 5:20 बजे तक सबसे अधिक 68.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, इसके बाद अलप्पुझा 68.41 प्रतिशत मतदान हुआ।
राज्य के कुछ मतदान केंद्रों पर फर्जी मतदान होने और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खराब होने की छिटपुट खबरों के अलावा केरल की सभी सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हो रहा है।
पत्तनमथिट्टा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ए. एंटनी और उनके साथी कांग्रेस नेता चांडी ओमन ने इन घटनाओं को लेकर नाखुशी जताई और कहा कि इनकी वजह से अनेक लोग अपने घर लौट गए। दोनों नेताओं ने कहा कि उन्होंने निर्वाचन अधिकारियों से प्रभावित मतदान केंद्रों पर मतदान का समय बढ़ाने का आग्रह किया है।
केरल की सभी सीट पर सुबह 9.20 बजे तक 12.26 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इसके बाद सुबह 10 बजे और 10.20 बजे यह बढ़कर क्रमश: 16 प्रतिशत और फिर 19.06 प्रतिशत हो गया।
राज्य में मतदान के दौरान कथित तौर पर विभिन्न कारणों से कई लोगों और एक ‘पोलिंग एजेंट’ की मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक, पलक्कड़, अलप्पुझा और मलप्पुरम में मतदान करने के बाद एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, कोझिकोड के एक मतदान केंद्र पर पोलिंग एजेंट की मौत हो गई।
भाषा रवि कांत धीरज
धीरज
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उत्तर प्रदेश : नोएडा पुलिस ने सात महीने में 930…
3 hours ago