Covid Vaccine Study

Covid Vaccine Study: क्या भारत में कोरोना वैक्सीन से हो रही युवाओं की मौत? ICMR की स्टडी में बड़ा खुलासा

Covid Vaccine Study आईसीएमआर स्टडी में कहा , "कोविड-19 टीकाकरण से भारत में युवा में अचानक मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है।

Edited By :   Modified Date:  November 21, 2023 / 06:16 PM IST, Published Date : November 21, 2023/6:16 pm IST

Covid Vaccine Study: आईसीएमआर की एक हालिया स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोविड-19 के लिए लगाए गए टीकों से भारत में युवा वयस्कों में अचानक मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है। स्टडी के मुताबिक कोविड की वजह से अस्पताल में भर्ती रहना और मौत से कुछ समय पहले ज्यादा शराब पीना और तीव्र शारीरिक गतिविधि जैसे कुछ व्यवहार ऐसे कारक हैं जिससे आकस्मिक मौत की आशंका बढ़ी हैं।

Covid Vaccine Study: इस बारे में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आई.सी.एम.आर) ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इसके कारण किसी तरह की समस्या नहीं हो रही है। आईसीएमआर ने एक अध्ययन के आधार पर कहा, “कोविड-19 टीकाकरण पूरी तरह से सुरक्षित है, वयस्कों में बढ़ी हुई मृत्युदर के लिए वैक्सीनेशन को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता है।

Covid Vaccine Study: कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने, अचानक मृत्यु के फैमिली हिस्ट्री और जीवनशैली की गड़बड़ी के कारण उत्पन्न हुई स्वास्थ्य समस्याएं अस्पष्टीकृत और अचानक मृत्यु के जोखिमों को बढ़ाती हुई पाई गई हैं। वैक्सीनेशन, कोरोना संक्रमण के खतरे और इसके कारण होने वाली गंभीरता को कम करने में सहायक है और यह पूरी तरह से सुरक्षित भी है।

Covid Vaccine Study: कोविड वैक्सीन कितनी सुरक्षित हैं, इसको समझने के लिए शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया। स्टडी में पूरे भारत के 47 अस्पतालों की भागीदारी थी। स्टडी में 18 से 45 साल की आयु के स्वस्थ व्यक्तियों की रिपोर्ट शामिल की गई जिन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। इनकी एक अक्टूबर, 2021 और 31 मार्च, 2023 के बीच अस्पष्ट कारणों से अचानक मौत हो गई थी। “भारत में 18-45 वर्ष की आयु के वयस्कों में अचानक होने वाली मौत से जुड़े कारक” शीर्षक वाले इस अध्ययन में पाया गया है कि वैक्सीनेशन किसी भी तरह से मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा रही है।

Covid Vaccine Study: आईसीएमआर के इसी अध्ययन का हवाला देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को गुजरात में कहा कि जिन लोगों में गंभीर रूप से कोविड की समस्या रही है, उन्हें दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट जैसी समस्याओं से बचाव के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। ऐसे लोगों को एक या दो साल तक बहुत अधिक मेहनत वाली गतिविधियों से बचाव करना जरूरी है।

Covid Vaccine Study: आईसीएमआर अध्ययन में कहा गया है, “कोविड-19 टीकाकरण से भारत में युवा वयस्कों में अस्पष्टीकृत अचानक मृत्यु का खतरा नहीं बढ़ा है। पिछले सीओवीआईडी-19 अस्पताल में भर्ती होने, अचानक मृत्यु का पारिवारिक इतिहास और कुछ जीवनशैली व्यवहारों ने अस्पष्टीकृत अचानक मृत्यु की संभावना को बढ़ा दिया है।”

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