नयी दिल्ली, 28 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ करने के फैसले को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए शनिवार को इसका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है।
वहीं, विपक्षी दलों ने सरकार को सलाह दी कि वह नाम बदलने के बजाय नौकरियां सृजित करने और महंगाई को काबू करने पर ध्यान केंद्रित करे।
कांग्रेस ने नाम परिवर्तन पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस और भाकपा ने इस कदम को खारिज किया और वाम दल ने इसे ‘‘इतिहास को फिर से लिखने का प्रयास’’ करार दिया।
राष्ट्रपति भवन स्थित चर्चित मुगल गार्डन का नाम शनिवार को बदलकर ‘अमृत उद्यान’ कर दिया गया।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति भवन में प्रतिष्ठित उद्यानों का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ करने के लिए माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी का धन्यवाद।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह नया नाम न केवल एक और औपनिवेशिक पहचान को समाप्त करने का प्रतीक है, बल्कि अमृत काल के लिए भारत की आकांक्षाओं को भी दर्शाता है।’’
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘अमृत उद्यान’ की नयी पट्टिका का वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए ट्वीट किया,‘‘स्वागत, स्वागत, स्वागत।’’
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा, ‘‘अमृत काल में गुलामी की मानसिकता से बाहर आने की दिशा में मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा।’’
भाजपा सांसद पूनम महाजन ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी का मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान करने का फैसला वास्तव में ऐतिहासिक है जो हमारे देश की आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान आया है।’’
सरकार ने पिछले साल दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था। केंद्र का कहना है कि इन चीजों के नाम में बदलाव औपनिवेशिक मानसिकता के निशान को हटाने का प्रयास है।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कौन जानता है, वे अब ‘ईडन गार्डन’ का नाम बदलकर इसे ‘मोदी गार्डन’ कहना चाहें। उन्हें नौकरियां सृजित करने, महंगाई को नियंत्रित करने तथा एलआईसी और एसबीआई के कीमती संसाधनों को बचाने पर ध्यान देना चाहिए।’’
भाकपा महासचिव डी. राजा ने कहा, ‘‘नाम बदलने का यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है और कोई नहीं जानता कि यह कब खत्म होगा।’’
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट किया, ‘‘अडानी के शेयर गिर रहे थे और सरकार की साख़ भी। इस सबसे परेशान जनता को सरकार ने फौरी तौर पर राहत देते हुए ‘मुगल गार्डन’ का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ कर दिया है।’’
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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