सीबीआई ने एनटीपीसी के कॉरपोरेट संचार प्रबंधक को आठ लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया |

सीबीआई ने एनटीपीसी के कॉरपोरेट संचार प्रबंधक को आठ लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया

सीबीआई ने एनटीपीसी के कॉरपोरेट संचार प्रबंधक को आठ लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया

:   Modified Date:  May 3, 2024 / 10:28 PM IST, Published Date : May 3, 2024/10:28 pm IST

नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी लि. के एक वरिष्ठ प्रबंधक (कॉरपोरेट संचार) को बिल पास करने के एवज में कथित रूप से आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि सीबीआई ने मुंबई में एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधक (कॉरपोरेट संचार) विजय कुमार को गिरफ्तार किया। वह रिश्वत लेने के लिए दिल्ली से मुंबई थे।

अधिकारी ने बताया कि एक विज्ञापन कंपनी के उपाध्यक्ष ने कुमार के खिलाफ करीब 40 लाख रुपये का बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी।

इस बीच, एनटीपीसी ने एक बयान में कहा, “हम अपने एक कर्मचारी पर लगे रिश्वत लेने के आरोपों से काफी चिंतित हैं। कथित घटना एक व्यक्तिगत कृत्य है और यह हमारे संगठन के मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करती है। आरोपी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।”

इस विज्ञापन कंपनी ने जनवरी-फरवरी में अंडमान निकोबार और पुडुचेरी में बूथ लगाये थे और उस सिलसिले में एनटीपीसी को 40 लाख रुपये का बिल जमा किया था।

अधिकारियों ने कहा कि कार्य समापन प्रमाणपत्रों को बिल के साथ नहीं लगाया गया था क्योंकि ये प्रमाणपत्र अंडमान एवं निकोबार और पुडुचेरी के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जारी किये जाने थे।

उन्होंने बताया कि जब कंपनी प्रतिनिधि अंडमान एवं निकोबार और पुडुचेरी में स्थानीय प्रशासनिक कार्यालय गये और उन्होंने कार्य समापन प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध किया तब उनसे कहा गया कि इस संबंध में एनटीपीसी से एक ईमेल या कॉल आना जरूरी है।

अधिकारियों के मुताबिक, जब विज्ञापन कंपनी के उपाध्यक्ष ने स्थानीय अधिकारियों से संवाद को लेकर कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने यह आश्वासन देते हुए कथित रूप से छह लाख रुपये रिश्वत मांगी कि वह बिल को बिना किसी बाधा के मंजूर करवा देंगे।

अधिकारियों के मुताबिक, बाद में कुमार ने रिश्वत की मांग को बढ़ाकर 9.45 लाख रुपये कर दिया था। इसे मोलभाव के बाद घटाकर आठ लाख रुपये किया गया।

इस संबंध में शिकायत मिलने पर सीबीआई ने मुंबई में जाल बिछाया जहां कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।

कुमार को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और नोएडा में उनके आवास की तलाशी भी ली गई।

भाषा

अनुराग रमण प्रेम

प्रेम

 

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