पैगंबर पर टिप्पणी: रांची में दो लोगों की मौत, हावड़ा में फिर प्रदर्शन, उप्र और अन्य राज्यों में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई |

पैगंबर पर टिप्पणी: रांची में दो लोगों की मौत, हावड़ा में फिर प्रदर्शन, उप्र और अन्य राज्यों में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई

पैगंबर पर टिप्पणी: रांची में दो लोगों की मौत, हावड़ा में फिर प्रदर्शन, उप्र और अन्य राज्यों में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:50 PM IST, Published Date : June 11, 2022/10:35 pm IST

रांची/कोलकाता/लखनऊ, 11 जून (भाषा) पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा के दो पूर्व पदाधिकारियों की टिप्पणी को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान झारखंड की राजधानी रांची में गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई तथा पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शनिवार को ताजा प्रदर्शन हुए। देशभर में कल हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के एक दिन बाद भी कई जगह तनाव की स्थिति बनी हुई है।

भाजपा ने टिप्पणी करने वाले अपने पदाधिकारियों-नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया था।

अधिकारियों ने शुक्रवार को हुई झड़पों के बाद इंटरनेट को निलंबित कर दिया और प्रभावित जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी। प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के क्रम में अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 240 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी मामले दर्ज किए गए हैं।

हिंसा के खिलाफ हिंदू संगठनों के आह्वान पर झारखंड की राजधानी में शनिवार को बंद रखा गया। इस दौरान जिले में लगभग 2,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और इंटरनेट को निलंबित रखा गया।

झारखंड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है जिसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमिताभ कौशल और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय लाटकर शामिल हैं। समिति हिंसा की जांच करेगी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 24 अन्य घायल हो गए।

उन्होंने कहा कि समिति को एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपने को कहा गया है।

सरकारी राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान के एक अधिकारी ने रांची में बताया कि मोहम्मद मुदस्सर कैफी (22) के सिर पर गोली लगने के निशान थे और 24 वर्षीय मोहम्मद साहिल की गर्दन पर गोली लगी थी जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

ये दोनों रांची के निवासी थे।

अधिकारी ने कहा कि आठ अन्य लोग गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती हैं।

रांची के उपमहानिरीक्षक अनीश गुप्ता ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का भी गठन किया गया है। उन्होंने कहा, ‘अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है।’

वहीं, दिल्ली में पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार को हुए प्रदर्शन के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक के विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है।

उधर, पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के पांचला बाजार इलाके में शनिवार को फिर हिंसा हुई जहां प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए और कई घरों में आग लगा दी तथा भाजपा के एक कार्यालय में भी तोड़फोड़ की।

हावड़ा जिले के कई हिस्सों में शुक्रवार को पथराव हुआ था, पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई थी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था।

तेरह जून तक पूरे जिले में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और 15 जून तक उलुबेरिया, डोमजूर और पांचला जैसे कई क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

अधिकारियों ने शनिवार को मुर्शिदाबाद जिले के कुछ हिस्सों में भी इंटरनेट सेवाओं को 14 जून तक के लिए निलंबित कर दिया।

पश्चिम बंगाल सरकार ने इस बीच हावड़ा जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया। हावड़ा जिले की मौजूदा स्थिति को लेकर राज्य सचिवालय में आयोजित एक आपात बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया।

वहीं, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को तब गिरफ्तार कर लिया गया जब वह हिंसा से प्रभावित हावड़ा जा रहे थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा कार्यकर्ता कोलकाता, उत्तर दिनाजपुर, कूच बिहार, बीरभूम और जलपाईगुड़ी जिलों में सड़कों पर उतर आए।

मजूमदार ने कहा कि स्थिति से पता चलता है कि बंगाल तेजी से कश्मीर बन रहा है।

इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष हावड़ा में प्रवेश करने और उन क्षेत्रों का दौरा करने में सफल रहे जहां उनकी पार्टी के कार्यालयों पर हमला किया गया था।

नुपुर शर्मा को भाजपा ने निलंबित और नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था।

टिप्पणियों के कारण कई इस्लामी देशों में तीव्र प्रतिक्रिया हुई और भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया गया। भारतीय शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और शर्मा के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की।

इस बीच, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने लोगों, विशेषकर मुसलमानों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि सरकार तथा पुलिस देश में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश करने वालों पर नजर रखे हुए हैं।

जम्मू कश्मीर में कश्मीरी यूट्यूबर फैसल वानी को शांति भंग करने और जनता में भय पैदा करने के आरोप में तब गिरफ्तार कर लिया गया जब उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा का सिर काटने संबंधी वीडियो पोस्ट किया।

जम्मू में चिनाब घाटी के कुछ हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद कर्फ्यू लगा हुआ है, जबकि कुछ मुस्लिम संगठनों ने एक दिन के बंद का आह्वान किया।

एहतियात के तौर पर भद्रवाह और किश्तवाड़ कस्बों सहित कई इलाकों में ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं।

जम्मू के पीर पांचाल क्षेत्र के राजौरी और पुंछ जिलों से मिली खबरों में कहा गया है कि वहां बंद शांतिपूर्ण रहा।

इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि उसने विभिन्न जिलों से 237 लोगों को गिरफ्तार किया है। सहारनपुर और प्रयागराज में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार लोगों के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि गिरफ्तार लोगों में से 68 को प्रयागराज में और 50 को हाथरस में गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा कि सहारनपुर में 55, अंबेडकरनगर में 28, मुरादाबाद में 25, फिरोजाबाद में आठ और अलीगढ़ में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में विभिन्न शहरों में माहौल खराब करने की अराजक कोशिशों में शामिल रहे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘सभ्य समाज में ऐसे असामाजिक लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए।’

इस बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मांग की कि हर मस्जिद और मदरसे में ‘अंदर और बाहर’ उच्च गुणवत्ता के कैमरे लगाए जाने चाहिए।

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि देश के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल को दूषित करने की कोशिश करने वालों को यह समझना होगा कि भारत संविधान से चलता है, न कि शरीयत से।

महाराष्ट्र में भी शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में कई मामले दर्ज किए गए हैं।

इस बीच, भोपाल से भाजपा की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर नुपुर शर्मा के समर्थन में उतरीं। उन्होंने कहा कि अगर कोई हिंदू देवताओं का अपमान करता है, तो ऐसे लोगों को ‘सच’ कहा जाएगा।

ठाकुर की टिप्पणी के बाद, मध्य प्रदेश में विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा।

हिंसक विरोध के मद्देनजर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्होंने पुलिस को राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाने का निर्देश दिया है।

भाषा नेत्रपाल उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)