संविधान बदलकर धर्म आधारित आरक्षण देने के लिये वोट मांग रहे हैं कांग्रेस और सपा : मोदी |

संविधान बदलकर धर्म आधारित आरक्षण देने के लिये वोट मांग रहे हैं कांग्रेस और सपा : मोदी

संविधान बदलकर धर्म आधारित आरक्षण देने के लिये वोट मांग रहे हैं कांग्रेस और सपा : मोदी

:   Modified Date:  April 25, 2024 / 05:02 PM IST, Published Date : April 25, 2024/5:02 pm IST

आंवला(उप्र), 25 अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर आरोप लगाया कि इन दलों के नेता इसलिये वोट मांग रहे हैं ताकि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिये संविधान बदल सकें।

मोदी ने बरेली के आंवला क्षेत्र में आयोजित जनसभा में यह भी आरोप लगाया कि सपा को अपने परिवार से बाहर का एक भी यादव उम्मीदवार नहीं मिलता है इसीलिये वह एक ही परिवार के लोगों को उम्मीदवार बनाती है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”इंडी गठबंधन (‘इंडिया’ गठबंधन) के नेता इसलिए वोट मांग रहे हैं ताकि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिए संविधान बदल सकें और मैं 400 सीट इसलिए मांग रहा हूं ताकि प्रदेशों में धर्म के आधार पर आरक्षण देकर एससी-एसटी ओबीसी का आरक्षण लूटने का उन्होंने जो मंसूबा बना रखा है उसको हमेशा हमेशा के लिए ताला लगा सकूं। आपका हक कोई छीन ना ले इसलिए मुझे 400 सीट की जरूरत है।’’

उन्होंने यादव, कुशवाहा, मौर्य, गुर्जर, राजभर, तेली और पाल समाज समेत पिछड़े वर्गों का जिक्र करते हुए कहा, ”मैं गारंटी दे रहा हूं कि मैं आरक्षण का आपका अधिकार कभी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को छीनने नहीं दूंगा। यह मोदी की गारंटी है।”

मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा, ”कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी… यह सिर्फ अपने परिवार का ही सोच सकती हैं। इन लोगों के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। क्या उत्तर प्रदेश में सपा को अपने परिवार के बाहर का एक भी यादव ऐसा नहीं मिला जिसे वह टिकट दे सके। बदायूं हो, मैनपुरी हो, कन्नौज हो, आजमगढ़ हो, फिरोजाबाद हो, सब जगह एक ही परिवार के सदस्यों को टिकट मिला है। ऐसे लोग हमेशा सिर्फ अपने परिवार का ही भला करेंगे।’’

मोदी ने कहा कि वर्ष 2024 का चुनाव एक हजार वर्ष की गुलामी की मानसिकता से देश को पूरी तरह से मुक्त करने और भारत के स्वाभिमान को नई बुलंदी देने वाला चुनाव है।

प्रधानमंत्री ने राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेते हुए कहा कि सपा और कांग्रेस के लोग भाजपा को चिढ़ाने के लिये कहते थे कि रामलला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘आपके आशीर्वाद से हमने मंदिर भी बनवाया, प्रभु राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई। हमने तारीख भी बताई, समय भी बताया, जगह भी बताई और जाकर निमंत्रण भी दिया। मगर उनका अहंकार इतना था कि अपने आप को प्रभु राम से भी बड़ा मानते हैं। उन्होंने मंदिर की प्राण- प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा दिया क्योंकि उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा।’’

मोदी ने आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस ने प्रभु श्रीकृष्ण को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि ‘‘जब वह समुद्र में समा चुकी श्रीकृष्ण की द्वारिका नगरी के दर्शन करने के लिये समुद्र में उतरे थे तब भी कांग्रेस के ‘शहजादे’ (राहुल गांधी) ने उसका मजाक उड़ाया था। सपा के ‘परिवारवादी’ लोग भी बेइज्जती करने वालों की आरती उतार रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ”सपा और कांग्रेस का इंडी गठबंधन तुष्टीकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। कांग्रेस के खतरनाक इरादों से पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है कांग्रेस का यह खतरनाक पंजा फिर देश के लोगों का हक छीनने वाला है। इन बातों को समाजवादी पार्टी का पूरा-पूरा समर्थन है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस का इरादा संस्थाओं का दफ्तरों का भी सर्वे करने का है। यानी अगर किसी पिछड़े, दलित परिवार में दो लोग नौकरी में हैं तो एक नौकरी छीन कर यह लोग उनको देंगे जिनका कांग्रेस के मुताबिक देश के संसाधनों पर पहला हक है। इसलिए यह चुनाव भले है लेकिन उससे भी गंभीर यह मुद्दा है जिस पर सतर्क रहने की जरूरत है।”

मोदी का इशारा वर्ष 2006 में तत्कालीन कांग्रेस नीत गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान की तरफ था जिसमें उन्होंने कथित रूप से देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का बताया था।

भाषा सलीम

धीरज

धीरज

 

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