बेंगलुरु, 18 जून (भाषा) कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने शुक्रवार को कहा कि सरकार इंजीनियरिंग सहित उच्चतर शिक्षा पाठ्यक्रमों में सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान के बीच अंतर को घटाने के लिए सीखने की अनूठी पद्धति अपनाने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे सरकार का उद्देश्य छात्रों को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाना है।
पीबीएल (समस्या के आधार पर सीखने की प्रक्रिया) पर क्षेत्रीय अनुसंधान संगोष्ठी के उदघाटन सत्र में अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को ज्ञान एवं कौशल हासिल करने में सहयोग पाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जब कोई छात्र ज्ञान एवं कौशल के साथ स्नातक की उपाधि हासिल करता है तो उसे उद्योग में काम करने के लिए भी अनुकूल होना चाहिए।
भाषा
सुभाष पवनेश
पवनेश
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