गृह मंत्री राजनाथ का बड़ा बयान: आज या कल में सबको पता चल जाएगा बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए | Home Minister Rajnath Singh says- Within two days public will know how many killed in balakot

गृह मंत्री राजनाथ का बड़ा बयान: आज या कल में सबको पता चल जाएगा बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए

गृह मंत्री राजनाथ का बड़ा बयान: आज या कल में सबको पता चल जाएगा बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:50 PM IST, Published Date : March 5, 2019/2:30 pm IST

असम: पाकिस्तान के बालाकोट में अंतकियों के ठिकानों पर भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों के आंकड़े को लेकर सियासी बयान बाजी लगातार जारी है। जहां एक ओर बीजेपी अध्यक्ष अमीत शाह ने 250 का आंकड़ा बताया हैं, वहीं दूसरी ओर सेना ने हमले के वक्त इलाके में 300 मोबइल सक्रिय रहने की बात कही है। विपक्ष सहित कई राजनीतिक दल सरकार से इस हमले का सबूत मांग रहे हैं। इसी बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। कहा कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण अड्डे पर वायु सेना के हमले में मरे आतंकवादियों की संख्या के बारे में ‘आज या कल’ में सबको पता चल जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया है कि नटीआरओ प्रणाली ने बताया है कि भारत के हवाई हमले से पहले स्थल पर करीब 300 मोबाइल फोन सक्रिय थे। क्या ये मोबाइल फोन पेड़ उपयोग कर रहे थे?

वहीं, लगातार इस घटना के सबूत मांग रहे राजनीतिक दलों पर पलटवार करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि जिन्हें जानना है कि कितने आतंकवादी मारे गए हैं, तो वे पाकिस्तान जाकर लाशों की गिनती कर सकते हैं। पाकिस्तान और उसके नेताओं का दिल जानता है कि कितने आतंकवादी मारे गए हैं। अब क्या आप (विपक्ष) एनटीआरओ की रिपोर्ट पर भी यकीन नहीं करेंगे?

असल में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ट्वीट कर बालाकोट में मारे गए आतंकियों के बारे में मोदी सरकार को बताने के लिए कह चुके हैं। उन्होंने कहा है, “क्या है बालाकोट बमबारी का सच. हमें हमारी सेना पर उनकी बहादुरी पर गर्व है और पूरा विश्वास है। सेना में मैंने मेरे अनेक परिचित और नजदीक के रिश्तेदारों को देखा है कि किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़कर हमारी सुरक्षा करते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं। लेकिन पुलवामा के बाद हमारी वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है।’