आशा है कि 'रिबेल्स अगेंस्ट द राज' सभी राजनीतिक विचारों वाले भारतीय पढ़ेंगे : रामचंद्र गुहा |

आशा है कि ‘रिबेल्स अगेंस्ट द राज’ सभी राजनीतिक विचारों वाले भारतीय पढ़ेंगे : रामचंद्र गुहा

आशा है कि 'रिबेल्स अगेंस्ट द राज' सभी राजनीतिक विचारों वाले भारतीय पढ़ेंगे : रामचंद्र गुहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:05 PM IST, Published Date : February 22, 2022/4:36 pm IST

(माणिक गुप्ता)

नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) इतिहासकार एवं लेखक रामचंद्र गुहा का कहना है कि उनकी नवीनतम पुस्तक ‘‘रिबेल्स अगेंस्ट द राज: वेस्टर्न फाइटर्स फॉर इंडियाज फ्रीडम’’ को ऐतिहासिक विद्वतापूर्ण कार्य के रूप में देखा जाना चाहिए न कि किसी राजनीतिक विचारधारा की वकालत करने के रूप में।

लेखक ने उम्मीद जताई है कि उनकी पुस्तक को सभी प्रकार की राजनीतिक विचारधारा रखने वाले भारतीय पढ़ना पसंद करेंगे।

इस पुस्तक में चार ब्रिटिश, दो अमेरिकी और एक आयरिश समेत उन सात विदेशियों के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी और साथ ही भारत में पत्रकारिता, सामाजिक सुधार, शिक्षा और महिलाओं के उद्धार सहित कई क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाकर उल्लेखनीय कार्य किया।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले इन सात प्रसिद्ध और कम-ज्ञात व्यक्तित्वों की इस सूची में एनी बेसेंट, बीजी हॉर्निमैन, फिलिप स्प्रैट, रिचर्ड राल्फ कीथन, सैमुअल (बाद में सत्यानंद) स्टोक्स, मैडलिन स्लेड (बाद में मीरा बहन) और कैथरीन मैरी हेइलमैन (बाद में सरला बहन) शामिल हैं।

रामचंद्र गुहा ने ई-मेल के जरिए पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘ इस पुस्तक को ऐतिहासिक विद्वता के काम के रूप में देखा जाना चाहिए न कि किसी राजनीतिक विचारधारा की वकालत करने के रूप में।’’

इतिहासकार ने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि पाठक इस पुस्तक को इन लोगों की जीवनी और इतिहास दोनों के रूप में देखेंगे। यह पुस्तक इन सात पश्चिमी लोगों के माध्यम से आधुनिक पश्चिम के साथ भारत के परिचय और मेल की कहानी है, जो भारतीय बन गए।’’

आधुनिक भारत के इतिहास पर कई पुस्तकें लिख चुके रामचंद्र गुहा ने कहा, ‘‘मेरा इरादा पाठक को उपदेश देने का नहीं है, बल्कि सूचित और शिक्षित करने (और शायद कभी-कभी मनोरंजन भी) करने का है। इन लोगों के जीवन की सीमा और विविधता को देखते हुए, मुझे उम्मीद है कि यह पुस्तक सभी प्रकार की राजनीतिक विचारधारा के भारतीयों द्वारा पढ़ी जाएगी।’’

पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया द्वारा प्रकाशित, 496-पृष्ठों वाली पुस्तक ‘‘रिबेल्स अगेंस्ट द राज: वेस्टर्न फाइटर्स फॉर इंडियाज फ्रीडम’’ की कीमत 799 रुपये है। इसका 20 जनवरी को विमोचन किया गया था।

भाषा रवि कांत नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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