नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) हैदराबाद में एक मेगा अनुसंधान एवं विकास मेले का उद्घाटन किया। इस मेले में आईआईटी, एनआईटी और आईआईएसईआर समेत 53 उच्च शिक्षा संस्थानों के कुल 120 नवाचार प्रदर्शित किए जाएंगे।
प्रधान ने कहा, “इनवेन्टिव-2024” सिर्फ शिक्षा और उद्योग के लिए एक मिलन स्थली नहीं है, बल्कि एक ऊर्जागृह भी है जो आर्थिक विकास, रोजगार सृजन को बढ़ावा देता है और नवाचार एवं उद्यमिता की संस्कृति का पोषण करता है।
उन्होंने कहा कि भारत के प्रमुख संस्थानों में बनकर यहां प्रदर्शित नवाचार राष्ट्र के विकास पथ को आकार देने में सहायक है।
प्रधान ने कहा, “मुझे विश्वास है कि यह पहल परिवर्तनकारी व्यवस्था के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करेगी, नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी और हमें एक उज्जवल एवं अधिक समृद्ध भविष्य की ओर ले जाएगी।”
दो दिवसीय कार्यक्रम में प्रदर्शित किए जाने वाले कई नवाचारों में चाल को मापने के लिए जूते में लगाया जाने वाला एक उपकरणयुक्त इनसोल; एक आईओटी-सक्षम यूरिक एसिड सेंसर प्रणाली; अस्थि खनिज घनत्व का आकलन करने के लिए एक गैर-इनवेसिव अल्ट्रासाउंड बोन डेंसिटोमीटर और बच्चों में श्वसन दर को मापने के लिए एक उपकरण शामिल हैं।
ये उल्लेखनीय नवाचार आईआईटी, एनआईटी, भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर), भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी), भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर और देश के एनआईआरएफ रैंकिंग वाले शीर्ष 50 इंजीनियरिंग संस्थानों सहित भाग लेने वाले संस्थानों के व्यापक और सहयोगात्मक फलक से उपजे हैं।
भाषा प्रशांत रंजन
रंजन
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)