जयपुर, सात सितंबर (भाषा) राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा और राजधानी जयपुर के आराध्य देव गोविंददेव जी सहित सभी प्रमुख मंदिरों को जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में विशेष तौर पर सजाया गया है। राज्य के सभी मंदिरों में सुबह से भगवान के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई।
जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर परिसर की कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर विशेष सजावट की गई है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर ठाकुरजी का विशेष श्रृंगार किया गया और पीले रंग का विशेष वस्त्र पहनाया गया। भीड़ को नियंत्रित करने लिये मंदिर प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है।
गोविंददेव जी मंदिर में रात 12 बजे 31 तोपों की सलामी के बाद दर्शन पट्ट खुलेंगे। इसके बाद शालिग्राम पूजन और उसके साथ ही ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक होगा। इस दौरान पंडित वेद पाठ करेंगे। वहीं कल मंदिर परिसर में नंदोत्सव मनाया जाएगा और शोभायात्रा निकाली जायेगी।
वहीं, चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में दिन में 12 बजे ही जन्मोत्सव मनाया गया। इसके बाद दिन में ठाकुर जी को पीले कपड़े धारण कराए गए। विशेष फूलों से श्रृंगार झांकी सजाई गई है।
जगतपुरा के हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव रात 12 बजे किया जाएगा और उसके बाद महाआरती की जायेगी।
मानसरोवर स्थित इस्कॉन मंदिर में सुबह 4.30 बजे से भक्त मंगला झांकी के दर्शन करने पहुंचने लगे। देसी-विदेशी फूलों से मंदिर की विशेष सजावट की गई है।
वैशाली नगर स्थित अक्षरधाम मंदिर में भगवान स्वामीनारायण का पंचामृत अभिषेक कर मंगला आरती की गई। भगवान के मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष साज-सज्जा की गई है। इसमें निज मंदिर में मोर पंख की विशेष श्रृंगार झांकी सजाई गई है।
राजसमंद जिले में प्रसिद्ध नाथद्वारा में कृष्ण जन्माष्टमी पर सुबह पौने पांच बजे से लगभग डेढ़ घंटे के लिए मंगला (पंचामृत) के दर्शन खुले। इसके बाद प्रभु श्रीनाथ जी का श्रृंगार और राजभोग की झांकी में विशेष श्रृंगार किया गया।
मंदिर प्रशासन द्वारा जन्माष्टमी एवं नन्द महोत्सव के अवसर पर दर्शन के लिये विशेष प्रबंध किये गये हैं। महिलाओं व पुरुषों का प्रवेश चौपाटी से मंदिर मार्ग होते हुए नक्कारखाना गेट से होगा एवं सभी की निकासी मोती महल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से विशेष व्यवस्था की गई है।
मंदिर के मुख्य निष्पादन अधिकारी जितेन्द्र ओझा के अनुसार बृहस्पतिवार शाम छह बजे भव्य शोभायात्रा रिसाला चौक से शुरू होकर चौपाटी बाजार, देहली बाजार, गोविन्द चौक, बड़ा बाजार, मार्ग होते हुए प्रीतमपोली, नयाबाज़ार, चौपाटी होते हुए रिसाला चौक आएगी।
शोभायात्रा में श्रीनाथ बैंड, गोविन्द पलटन, विभिन्न झांकियां, सुखपाल, भजन मंडली के साथ वैष्णवजन होंगे। उन्होंने बताया कि रात्रि 12 बजे दर्शनीय आयोजन रिसाला चौक में 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि कल नन्द महोत्सव के अवसर पर साढ़े सात बजे से 11 बजे तक के दर्शन के दौरान केसर युक्त दही, छाछ छिड़काव किया जाएगा और मंदिर में पुरुषों का प्रवेश प्रीतमपोली से व महिलाओं का प्रवेश नक्कारखाना से होगा एवं सभी की निकासी मोतीमहल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से रहेगी।
भाषा कुंज पृथ्वी अर्पणा
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