देश भर से आगंतुकों को आकर्षित कर रहा है, कुरूक्षेत्र का ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’ |

देश भर से आगंतुकों को आकर्षित कर रहा है, कुरूक्षेत्र का ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’

देश भर से आगंतुकों को आकर्षित कर रहा है, कुरूक्षेत्र का ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : December 5, 2021/7:32 pm IST

कुरूक्षेत्र, पांच दिसंबर (भाषा) हरियाणा के कुरूक्षेत्र में दो दिसंबर से शुरु हुआ ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-21’ विभिन्न राज्यों की कलाकृतियों के साथ देश भर से आगंतुकों को आकर्षित कर रहा है।

ब्रह्मसरोवर-एक तालाब- के पास पर्यटकों के लिये 19 राज्यों के 125 शिल्पकारों की कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इन शिल्पकारों में से 22 को राष्ट्रीय पुरस्कार और 18 को राज्य पुरस्कार मिल चुका है।

महोत्सव के दौरान पहली बार पर्यटकों को कला एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग की ओर से आधुनिक मूर्तियां देखने को मिलेंगी।

कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि भगवद्गीता की जयंती के मौके पर यह वृहद् कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। भारतीय पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कुरुक्षेत्र वह स्थान है जहां भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध के दौरान अर्जुन को गीता का संदेश दिया था।

शिल्प और ‘सरस’ मेला हालांकि दो दिसंबर से शुरू हो चुका है, मुख्य कार्यक्रम नौ से 14 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे।

इस मेले में कश्मीरी इम्पोरियम प्रमुख आकर्षणों में से एक है। 2012 के एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एवं इम्पोरियम के मालिक मुश्ताक अहमद ने कहा कि कश्मीर के पश्मीना शॉल शिल्प मेलों में काफी पसंद की जाती हैं और देश में बिकने वाली शॉल का वजन 400 से 500 ग्राम के बीच होता है।

चंडीगढ़ से आए मामचंद ने बताया कि गीता महोत्सव में वह पिछले कई सालों से टेराकोटा से बनी चीजें ला रहे हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक दिसंबर को कुरुक्षेत्र का दौरा किया था और महोत्सव को लेकर की गई व्यवस्थाओं के बारे में मीडिया को संबोधित किया था।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी।

भाषा रंजन प्रशांत

प्रशांत

 

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