नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) वामपंथी राजनीतिक दलों से जुड़े संगठनों ने सेना में भर्ती की नयी योजना ‘अग्निपथ’ को वापस लिए जाने की मांग करते हुए बुधवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार इस योजना के जरिये सेना का निजीकरण कर रही है और ठेके की व्यवस्था लागू कर रही है।
‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई), ऑल इंडिया यूथ फैडरेशन (एआईवाईएफ), ऑल अंडिया स्टूडेट्स फैडरेशन (एआईएसएफ) और कई अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि 14 जून को अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष की उम्र के युवाओं को चार वर्ष के अनुबंध के आधार पर सेना में भर्ती किए जाने का प्रावधान है। चार वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद उनमें से 25 प्रतिशत को नियमित सेवा के लिए चुना जाएगा। वर्ष 2022 के लिए आवेदकों की ऊपरी आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है।
भाषा हक हक मनीषा
मनीषा
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