बेंगलुरु, दो दिसंबर (भाषा) कर्नाटक सीमा क्षेत्र विकास प्राधिकरण (केबीएडीए) के अध्यक्ष डॉ सी सोमशेखर ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार की एक टीम ने छह महीने पहले एक अभियान शुरू किया था, जिसमें बेलगावी जिले और उसके आसपास कर्नाटक के अंदर मराठी-माध्यम के स्कूल स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन देने की पेशकश की गई थी।
केबीएडीए ने इसे गैरकानूनी बताते हुए विरोध जताया जिसके बाद यह अभियान रुक गया।
सोमशेखर ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन मे कहा, ‘महाराष्ट्र का एक प्रतिनिधिमंडल कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में आया था और मराठी में शिक्षा देने वाले स्कूलों को अधिक अनुदान और अधिक सुविधाओं की पेशकश कर एक अभियान की शुरुआत की थी।’’
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की उपस्थिति में, वह केबीएडीए के 12 साल पूरे होने पर एक पुस्तिका ‘साधनेय दर्शन’ (उपलब्धियों की एक झलक) का विमोचन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
केबीएडीए की गतिविधियों की चर्चा करते हुए सोमशेखर ने कहा कि कर्नाटक के बाहर सीमावर्ती क्षेत्रों में कन्नड़ भाषी लोगों के हितों की रक्षा के लिए 2010 में राज्य सरकार द्वारा इस प्राधिकरण की स्थापना की गई थी। उन्होंने बताया कि कर्नाटक के बाहर 19 जिले हैं जिनमें कन्नड़ भाषी लोगों की अच्छी खासी आबादी है।
भाषा अविनाश मनीषा
मनीषा
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