सबरीमाला (केरल), 26 दिसंबर (भाषा) सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में रविवार को मंडला पूजा का आयोजन किया गया। इस तरह तीर्थ यात्रा के 41 दिवसीय पहले चरण का समापन हो गया।
कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पूजा का आयोजन किया गया। इस दौरान सीमित संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी रही जिन्होंने ‘स्वामी शरणं अयप्पा’ का जाप किया और ‘कलाभा अभिषेकम’ और ‘कलसा अभिषेकम’ सहित विशेष पूजा और अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए धैर्यपूर्वक इंतजार किया।
भगवान अयप्पा एक पवित्र स्वर्ण पोशाक ‘थंका अंकी’ से सुशोभित किए गए। अर्नामुला में श्री पार्थसारथी मंदिर से पारंपरिक यात्रा में शनिवार को भगवान का यह परिधान यहां लाया गया।
दो महीने की वार्षिक तीर्थयात्रा के शुरुआती चरण का समापन करते हुए मंदिर को रात नौ बजे बंद कर दिया जाएगा। मंदिर को 16 नवंबर को खोला गया था। अब मंदिर 30 दिसंबर को 14 जनवरी के ‘मकरविलकु’ उत्सव के लिए फिर से खुलेगा।
भाषा आशीष प्रशांत
प्रशांत
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