दुनिया की कई समस्याओं का समाधान भारतीय ज्ञान परंपरा में निहित : प्रधान |

दुनिया की कई समस्याओं का समाधान भारतीय ज्ञान परंपरा में निहित : प्रधान

दुनिया की कई समस्याओं का समाधान भारतीय ज्ञान परंपरा में निहित : प्रधान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:50 PM IST, Published Date : May 16, 2022/7:33 pm IST

नयी दिल्ली, 16 मई (भाषा) शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने भारतीय ज्ञान प्रणाली में दुनिया की कई समस्याओं का समाधान होने को रेखांकित करते हुए सोमवार को कहा कि हमें अपने अतीत से अच्छी चीजों का अंगीकार करते हुए समाज की समस्याओं एवं भविष्य निर्माण के मुद्दों का ध्यान रखना चाहिए ।

‘‘इंट्रोडक्शन टू इंडियन नॉलेज सिस्टम : कंसेप्ट्स एंड एप्लीकेशन’’ पुस्तक का विमोचन करते हुए प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय शिक्षा प्रणाली को औपनिवेशिक काल से बाहर निकाला जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ऐसे में जब हम अतीत की अच्छी चीजों का अंगीकार करते हैं तब हमें समाज की समस्याओं एवं भविष्य निर्माण के मुद्दों का ध्यान रखना चाहिए जो प्रचीन ज्ञान एवं समसामयिक मुद्दों के बीच तालमेल स्थापित करेगा ।

शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ दुनिया की कई समस्याओं का समाधान भारतीय ज्ञान प्रणाली में निहित है। ’’

प्रधान ने अपने संबोधन के दौरान भारतीय ज्ञान, संस्कृति, दर्शन और आध्यात्म के वैश्विक प्रभावों का भी जिक्र किया । उन्होंने वेद, उपनिषद एवं अन्य पुस्तकों सहित भारतीय सभ्यता की चर्चा की तथा दुनिया पर इसके सकारात्मक प्रभावों का उल्लेख किया ।

इस पुस्तक को भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलूर द्वारा व्यास योग संस्थान बेंगलूर एवं चिन्मया विश्व विद्यापीठ, एर्नाकुलम द्वारा विकसित किया गया है। इसे आईआईएम बेंगलूर के प्रो. बी महादेवन ने प्रो. विनायक रजत भट और एन एन नागेंन्द्र पवाना के साथ मिलकर लिखा है।

इस कार्यक्रम में शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने भारत की पारंपरिक ज्ञान परंपरा के विभिन्न आयामों का जिक्र किया ।

कार्यक्रम में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने भी हिस्सा लिया ।

भाषा दीपक

दीपक उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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