RSS On Kashmir Terror Attack: ‘धर्मो-सम्प्रदाय की नहीं, यह धर्म और अधर्म की लड़ाई’.. आतंकी हमले पर सामने आई RSS की पहली प्रतिक्रिया, सुनें मोहन भागवत को..

उन्होंने समाज को चेतावनी दी कि हमें अपनी ताकत का एहसास करना होगा और दुनिया को दिखाना होगा कि हम कमजोर नहीं हैं। भागवत ने कहा कि "लाचारी" हमारा स्वभाव नहीं होना चाहिए और अहिंसा का रास्ता केवल मजबूत लोगों के लिए है, कमजोर के पास कोई और विकल्प नहीं होता।

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  • Publish Date - April 25, 2025 / 09:13 AM IST,
    Updated On - April 25, 2025 / 09:18 AM IST

Mohan Bhagwat Speech on Pahalgam Terror Attack || Image- Press Trust of India

HIGHLIGHTS
  • मोहन भागवत ने धर्म और अधर्म के बीच चल रही लड़ाई की बात की।
  • एकता और शक्ति से बुराई का नाश करना आवश्यक, हमें लाचारी से बचना चाहिए।
  • कहा, दुनिया को दिखाना होगा कि हम कमजोर नहीं

Mohan Bhagwat Speech on Pahalgam Terror Attack: नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि वर्तमान समय में जो लड़ाई चल रही है, वह धर्म और अधर्म के बीच है, न कि केवल संप्रदायों और धर्मों के बीच। यह बयान उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद मुंबई में एक कार्यक्रम में दिया।

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भागवत ने अपने संबोधन में कहा, “जो हमले हो रहे हैं, वे संप्रदाय या धर्म के आधार पर नहीं हो रहे। यह लड़ाई धर्म और अधर्म के बीच है। हमारे सैनिकों ने कभी किसी का धर्म पूछकर उसे मारा नहीं है। जो कट्टरपंथी हिंदू धर्म के नाम पर हत्या करते हैं, वे असल में हिंदू नहीं हो सकते।”

राम-रावण का जिक्र

Mohan Bhagwat Speech on Pahalgam Terror Attack: उन्होंने यह भी कहा कि देश में आक्रोश होना स्वाभाविक है क्योंकि बुराई का नाश करने के लिए बड़ी शक्ति की आवश्यकता होती है। भागवत ने उदाहरण के तौर पर रावण का उल्लेख करते हुए कहा, “रावण भगवान शिव का भक्त था, वह वेदों का ज्ञाता था, लेकिन उसकी मनोवृत्तियां बदलने के लिए भगवान राम ने उसका वध किया। बुराई का सफाया करना जरूरी है।”

आरएसएस प्रमुख ने समाज में एकता और निकटता की महत्ता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हाल ही की घटनाओं के बाद देश भर में जो आक्रोश फैल गया, उसमें किसी भी जाति, धर्म या पंथ का भेद नहीं था, और सभी लोग देश की गरिमा के लिए एकजुट हो गए थे। यह एकता देश को मजबूत बनाती है।

Mohan Bhagwat Speech on Pahalgam Terror Attack: भागवत ने आगे कहा, “हम एकजुट होकर ही किसी भी दुश्मन को परास्त कर सकते हैं। यही हमारी असली ताकत है। एकजुट होने से ही हम किसी भी बुरी ताकत को जवाब दे सकते हैं और दुनिया को यह दिखा सकते हैं कि हम मजबूत हैं।”

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उन्होंने समाज को चेतावनी दी कि हमें अपनी ताकत का एहसास करना होगा और दुनिया को दिखाना होगा कि हम कमजोर नहीं हैं। भागवत ने कहा कि “लाचारी” हमारा स्वभाव नहीं होना चाहिए और अहिंसा का रास्ता केवल मजबूत लोगों के लिए है, कमजोर के पास कोई और विकल्प नहीं होता।

मोहन भागवत ने किस मुद्दे पर अपने बयान में क्या कहा?

मोहन भागवत ने धर्म और अधर्म के बीच हो रही लड़ाई की बात की।

भागवत ने कट्टरपंथी हिंदू धर्म के बारे में क्या बयान दिया?

भागवत ने कहा कि हिंदू धर्म के नाम पर हत्या करने वाले लोग असल में हिंदू नहीं हो सकते।

भागवत ने समाज में एकता की महत्ता पर क्या कहा?

उन्होंने समाज में एकता और ताकत बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे हम बुराई को हरा सकें।