कोलकाता, 25 अक्टूबर (भाषा) उत्तराखंड में खराब मौसम के कारण जान गंवाने वाले पश्चिम बंगाल के पांच पर्वतारोहियों के पार्थिव शरीर सोमवार को जैसे ही कोलकाता हवाईअड्डे पर पहुंचे, मृतकों के परिवारों के सदस्य अपने आंसू नहीं रोक सके।
मृतकों के कुछ परिजन शवों को देख कर बिलख पड़े, जबकि कुछ तो उन ताबूतों को देखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे, जिनमें उनके प्रियजन के बेजान शरीर थे।
शुभयुन दास, रिचर्ड मंडल, तनुमय तिवारी, बिकाश मकल और सौरव घोष ने 11 अक्टूबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हरसिल से अपना पर्वतारोही अभियान शुरू किया था और उन्हें लमखागा दर्रे से होते हुए चितकुल पहुंचना था।
लेकिन, लगभग तीन दिनों तक उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, कुमाऊं मंडल को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा और इसी दौरान पर्वतारोही कथित तौर पर लापता हो गए थे। बचाव दल के सदस्यों ने 22 अक्टूबर को पर्वतारोहियों के शव बरामद किए थे।
पर्वतारोहियों के शवों को पहचान के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से दक्षिण 24 परगना के नेपालगंज और बरुईपुर स्थित उनके घर ले जाया गया।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में बारिश संबंधी घटनाओं के कारण अब तक 77 लोगों की मौत हो चुकी है।
भाषा रवि कांत मनीषा
मनीषा
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