नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) दिल्ली के मुंडका इलाके में जिस इमारत में एक दिन पहले भयंकर आग लगी थी, उसकी दूसरी मंजिल से शनिवार को शव बरामद किए गए जो बुरी तरह जल गए हैं।
दिल्ली दमकल सेवा (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि ऐसा संदेह है कि वातानुकूलित यंत्र (एसी) में धमाका होने से आग लगी होगी।
पुलिस ने बताया कि चार मंजिला इमारत में शुक्रवार को आग लगने की घटना में अभी तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। आग इमारत की पहली मंजिल में लगी जहां सीसीटीवी कैमरे और राउटर बनाने की कंपनी का कार्यालय है। इसके बाद आग फैल गई।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी) समीर शर्मा ने बताया कि कंपनी के मालिक हरीश गोयल और उसके भाई वरुण गोयल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पहले उन्हें हिरासत में लिया गया था।
गर्ग ने बताया, ‘‘हमारे दमकलकर्मियों के तलाश अभियान के दौरान दूसरी मंजिल से जले हुए शव मिले हैं। लेकिन हम यह कह नहीं सकते कि एक शव है या कई शव हैं। हालांकि आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन प्रतीशन और खोज अभियान चल रहा है।’’
उन्होंने बताया कि अभी घटनास्थल पर दो अग्निशमन गाड़ियां मौजूद हैं।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी) समीर शर्मा ने बताया कि कंपनी के मालिक हरीश गोयल और विजय गोयल को घटना के संबंध में गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 120 (दंडनीय अपराध को अंजाम देने की योजना छिपाने) और 34 (साझा मंशा) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
डीसीपी ने बताया कि इमारत की सभी मंजिलों का इस्तेमाल यही कंपनी कर रही है। इमारत के मालिक मनीष लाकड़ा पर भी मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि तलाश अभियान चल रहा है। 12 घायलों में से एक की पहचान अभी नहीं हुई है, शेष की पहाचान हो गई है।
पश्चिमी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी सूची के अनुसार, घायलों में सतीश (38), प्रदीप (36), आशु (22), हरजीत (23), नितिन (24), अविनाश (29), संध्या (22), धनवती (21), बिमला (43), आयशा (24) और ममता (52) शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि घटना में झुलसे लोगों को बाहर निकाला गया और एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस के अनुसार, आग लगने की सूचना शुक्रवार की शाम 4.45 बजे मिली जिसके बाद वे फौरन घटनास्थल पर पहुंचे। यह आग मुंडका मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के निकट लगी।
उन्होंने बताया कि लोगों को बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने इमारत की खिड़कियों के शीशे तोड़े। घायलों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला कि चार मंजिला इमारत में कंपनियों को ऑफिस स्पेस मुहैया कराया जाता था।
उन्होंने बताया कि पहली मंजिल पर जिस कंपनी का कार्यालय था उसके 50 से अधिक कर्मचारियों को बचाया गया जबकि 27 शव बरामद किए गए हैं।
बचाए गए लोगों को तत्काल चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए घटनास्थल पर कुछ एम्बुलेंस भी भेजी गयी हैं।
भाषा
गोला मनीषा
मनीषा
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