अन्याय के चलते मंदिरों के आसपास मुस्लिम विक्रेताओं पर पाबंदी लगी : पेजावर मठ के विश्वेश तीर्थ |

अन्याय के चलते मंदिरों के आसपास मुस्लिम विक्रेताओं पर पाबंदी लगी : पेजावर मठ के विश्वेश तीर्थ

अन्याय के चलते मंदिरों के आसपास मुस्लिम विक्रेताओं पर पाबंदी लगी : पेजावर मठ के विश्वेश तीर्थ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : March 30, 2022/6:29 pm IST

बेंगलुरु/उडुपी, 30 मार्च (भाषा) कर्नाटक के कई हिस्सों में हिंदुओं के धार्मिक त्योहारों और मेलों के दौरान मंदिर परिसरों में मुस्लिम विक्रेताओं के कारोबार करने पर पाबंदी लगाने के बीच प्रतिष्ठित पेजावर मठ के विश्वेश तीर्थ स्वामी जी ने बुधवार को कहा कि हिंदुओं के साथ अन्याय की चुनिंदा घटनाओं के कारण स्थिति इतनी ‘विस्फोटक’ हुई।

उन्होंने यह भी कहा कि इसका समाधान समाज से आना चाहिए और धार्मिक नेताओं के विरोध के स्वरों से इस मामले में मदद मिलने की संभावना नहीं है।

स्वामी जी ने उडुपी में संवाददाताओं से कहा कि हिंदू समाज ने भूतकाल में बहुत कुछ झेला है और कुछ अप्रिय घटनाओं से लोग बहुत आहत हुए। स्वामीजी ने कहा, ‘‘यदि कुछ धार्मिक नेता इसके खिलाफ बोलते हैं, तो समस्या का समाधान नहीं होगा। समस्या का समाधान समाज से आना चाहिये।’’ पेजावर मठ माधवाचार्य से संबिधित है। इस संप्रदाय की स्थापना 13वीं शताब्दी में माधवाचार्य ने की थी।

स्वामी जी ने कहा, ‘‘अन्याय क्रोध को जन्म देता है और यदि यह पराकाष्ठा को पार कर जाता है, तो विस्फोट होता है। आज हमारे समाज में यही देखने को मिल रहा है।’’

उन्होंने कहा कि जब कष्ट पराकाष्ठा पर पहुंच गया, तो विस्फोट हुआ। स्वामी जी ने कहा कि लोगों को यह समझना चाहिये कि कितने हिंदुओं को कष्ट से जूझना पड़ा था, इसलिए कष्ट को सबसे पहले दूर करना चाहिये।

कुछ मुस्लिम नेताओं ने स्वामी जी से अपील करके मुस्लिम विक्रेताओं पर मंदिर परिसरों में त्योहारों के दौरान कारोबार करने पर कोई पाबंदी नहीं लगाने की अपील की थी। इसके बाद स्वामी जी ने उडुपी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि लोगों को लगता है कि इस तरह की घटनाएं समाज में नहीं होनी चाहिए, तो हस्तक्षेप और दबाव की कोई जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि लोगों को एक साथ बैठकर इस पर विचार करना चाहिये।

अबुबकर अतराडी की अगुवाई वाले प्रतिनिधि मंडल ने स्वामी जी को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें उन परेशानियों का जिक्र है जिसका सामना बहिष्कार के कारण मुस्लिम और ईसाई कारोबारियों को करना पड़ रहा है।

कई संगठनों ने कहा है कि गंगोली जिले में जब हिंदुओं ने मार्च निकाला तो मुस्लिमों ने हिंदू मछुआरों से मछली खरीदना बंद कर दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री और जद (एस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने इस मसले पर कहा, ‘‘आप (हिंदू संत) का काम हिंदुत्व के संदेशों का प्रसार करना है, जो हर व्यक्ति की खुशहाली पर जोर देता है और लोगों को मुस्लिमों की दुकान पर जाने से नहीं रोकता।’’

उडुपी को हाल ही में हिजाब विवाद का समाना करना पड़ा था, जिसमें कुछ मुस्लिम छात्राओं ने आरोप लगाया था कि उन्हें सरकारी कॉलेजों में सिर पर स्कार्फ के साथ नहीं प्रवेश करने दिया गया।

भाषा संतोष पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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