नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत के विभाजन से कई मायने में पूर्वोत्तर राज्यों का प्राकृतिक संपर्क टूट गया और राजनीतिक बाधाओं के साथ-साथ प्रशासनिक मुद्दों के कारण क्षेत्र के विकास पर असर पड़ा।
जयशंकर दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज में ‘दक्षिण पूर्व एशिया और जापान के साथ पूर्वोत्तर भारत का एकीकरण : आर्थिक संबंधों और पारिस्थितिक संरक्षण का संतुलन’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
छात्रों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा, ‘‘भारत के विभाजन ने कई मायनों में उस प्राकृतिक संपर्क को तोड़ दिया जो पूर्वोत्तर के पास था। इसके परिणामस्वरूप, पूर्वोत्तर में जिस स्तर पर विकास होना चाहिए था, वह धीमा पड़ गया।
विभाजन के बाद पहले कुछ दशकों में राजनीतिक बाधाओं और प्रशासनिक मुद्दों के कारण पूर्वोत्तर को वह लाभ नहीं मिला जो देश के अन्य हिस्सों को मिल सका।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर में मौजूदा आर्थिक स्थिरता मजबूत मोर्चे की ओर बढ़ रही है।
भाषा शफीक रंजन
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